JADHPUR. राजस्थान के जोधपुर में आपसी विवाद के चलते एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या कर शवों को जला दिया गया। मृतकों में 6 महीने की मासूम भी शामिल है। बुधवार (19 जुलाई) की सुबह चारों के शव घर के आंगन में जले हुए मिले। यह सनसनीखेज वारदात ओसिंया तहसील के चौराई गांव के रामनगर ढाणी में हुई। इस हत्याकांड को लेकर पुलिस ने खुलासा करते हुए मृतक पूनाराम के भतीजे को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पुछताछ में आरोपी पप्पूराम (19) हत्याकांड को अंजाम देना स्वीकार कर लिया है। आरोपी पप्पूराम मृतक पूनाराम के बड़े भाई भेराराम के बेटा है।
भाई की मौत का बदला लेने के लिए दिया वारदात को अंजाम
जोधपुर SP ग्रामीण धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि प्रथम दृष्टया इस हत्याकांड की वजह बदला लेना सामने आया है। घटना बुधवार सुबह करीब 4 बजे के आसपास की है। आरोपी पप्पूराम के भाई तेजाराम ने 7-8 माह पहले सूरत में सुसाइड कर लिया था, लेकिन पप्पूराम का मानना था कि चाचा पूनाराम ने उसकी हत्या करवाई है। वह इसको लेकर कई बार झगड़ा भी कर चुका था। इससे परेशान पूनाराम ने एक बार कह दिया था कि हां मैंने हत्या करवाई है, जिसके बाद से ही आरोपी पप्पूराम ने उनकी हत्या करने की ठान ली थी। यह भी सामने आ रहा है कि आरोपी को पता था कि पूनाराम के दोनों बेटे मंगलवार रात को नहीं होंगे। ऐसे में वह मौका देखकर बुधवार तड़के चाचा के खेत पहुंचा और वहां बाहर सो रहे पूनाराम पर कुल्हाड़ी से वार कर उनकी हत्या कर दी, इसके बाद उसने चाची को मारा, घर के अंदर घुसा तो भाभी धापू और 6 माह की भतीजी सो रही थी, तो दोनों पर भी वार करके हत्या कर दी, इसके बाद सभी को घसीटते हुए घर के आंगन में लाया गया और आग लगा दी गई।
जमीन को लेकर चाचा भतीजे में चल रहा था विवाद
पुलिस के अनुसार मृतक पुनाराम के तीन भाई और हैं, जिनमें से एक भाई मेहराराम है और उसकी कोई संतान नहीं है। उसकी जमीन को लेकर भेराराम के बेटे पप्पूराम का पूनाराम से विवाद हो चुका है। मामला कोर्ट में भी गया था, लेकिन बाद में समझौता हो गया। जमीन विवाद भी हत्या की एक वजह हो सकती है। SP ग्रामीण धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि आरोपी पप्पूराम ने माना है कि उसने कुल्हाड़ी से हत्या की है। उसकी बताई गई जगह से कुल्हाड़ी बरामद करने के लिए टीम भेजी गई है। प्रारंभिक पूछताछ में पप्पूराम ने भाई की मौत का बदला लेने के लिए हत्या करना स्वीकार किया है। इसके अलावा कोई अन्य कारण होगा तो उसकी भी पड़ताल की जाएगी।
सरकार ने पेश किया विधानसभा में जवाब, विपक्ष ने किया वॉकआउट
हत्याकांड को लेकर बुधवार को विधानसभा में ओसिया की विधायक दिव्या मदेरणा ने अपनी बात कहनी चाही थी लेकिन स्पीकर ने उन्हें अनुमति नहीं दी और शाम 5 बजे का समय सरकार की ओर से जवाब देने के लिए तय किया था। नियत समय पर सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने मामले के तथ्य सदन के सामने रखें और बताया कि पुलिस ने एक आरोपी पप्पू राम को हिरासत में लिया है। विपक्षी दल बीजेपी गहलोत सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं थी। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार इस मामले में लीपापोती कर रही है हम सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं है इसलिए सदन से वाकआउट कर रहे हैं।
सरकार कुर्सी बचाने और वापस लाने में व्यस्त : शेखावत
इस सामूहिक हत्याकांड को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले साढ़े 4 साल में अपराधी बेखौफ हैं। सरकार केवल कुर्सी बचाने में और कुर्सी वापस लाने में व्यस्त है। घटना का पता चलते ही मेरी ग्रामीण एसपी से बात हुई है। पुलिस का कहना है कि हत्या करने के बाद चारों शवों को जलाया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच हो, ऐसे आरोपियों को कठोर सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, मासूम बच्ची को भी जला दिया गया जिसका कोई दोष नहीं था, उसने जीवन की शुरुआत की थी।
क्या है पूरा मामला
आपकों बता दे कि जोधपुर के करीब 100 किमी दूर चौराई गांव के रामनगर ढाणी में एक परिवार की 6 महीने की मासूम बच्ची समेत 4 लोगों की गला काटकर हत्या कर दी थी और फिर शव में आग लगा दी। घर के आंगन में एक साथ 4 जले शव देखकर गांव में सनसनी फैल गई। 6 महीने की बच्ची का शव पूरी तरह जल चुका था, जबकि बाकी अधजले पड़े थे। ग्रामीणों ने जब सुबह घर से धुआं उठते देखा तो मकान के पास पहुंचे। मृतकों में पूनाराम (55), उसकी पत्नी भंवरी (50), बहू धापू (24) और उसकी 6 महीने की बेटी के शव जले हुए मिले हैं। पुलिस के मुताबिक परिवार खेती किसानी करता था।