JAIPUR. राजस्थान में 19 नए जिले और 3 नए संभाग सोमवार (7 अगस्त) को अस्तित्व में आ गए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नवसृजित जिलों और 3 संभागों वर्चुअल उद्घाटन किया। सीएम गहलोत ने बिड़ला सभागार में हुए नए जिलों के स्थापना कार्यक्रम में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हवन में आहूति दी और पूजा-अर्चना की। उसके बाद सभी नए जिलों के शिला पट्टिकाओं का बटन दबाकर वर्चुअल अनावरण किया। इसके साथ ही सीएम ने राजस्थान के चहुंमुखी विकास के लिए कामना की। इससे पहले 5 अगस्त को इनके गठन की अधिसूचना जारी की गई थी। सीएम गहलोत ने पिछले दिनों राजस्थान में 19 नए जिलों और 3 संभागों की घोषणा की थी।
जनभावना के सम्मान में नए जिलों का किया गठन
राजस्थान के नए जिलों और संभागों का उद्घाटन करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि साल 1956 में 2 करोड़ की जनसंख्या पर 26 जिले बने थे। वहीं, 67 साल में आबादी 3 गुना बढ़ने के बावजूद 7 ही नए जिलों का गठन हुआ था। अब राज्य सरकार ने जनभावना के सम्मान में प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण के लिए एक साथ 19 नए जिलों का गठन किया है। गहलोत ने कहा की नए जिलों और संभागों के सृजन से राज्य की प्रशासनिक इकाइयों का विकेन्द्रीकरण होगा। उनकी क्षमताएं बढ़ेगी और कानून व्यवस्था अधिक मजबूत होंगी। आमजन के प्रशासनिक कार्य अब नजदीक ही सुगमता से होंगे।
रेगिस्तान नहीं गारंटी देने वाला प्रदेश है राजस्थान
उन्होने आगे कहा कि जिस तरह पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने देश को खाद्य सुरक्षा, शिक्षा, सूचना और रोजगार प्राप्त करने का अधिकार कानून बनाकर दिया। उसी तरह हमने भी स्वास्थ्य का अधिकार (आरटीएच), राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी, न्यूनतम 1000 रुपए सामाजिक सुरक्षा पेंशन का अधिकार राजस्थान के हर पात्र व्यक्ति को दिया है। इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी में 125 दिन रोजगार, महात्मा गांधी नरेगा के 125 दिन के रोजगार और अनिवार्य एफआईआर की गारंटी दी है। अब राजस्थान रेगिस्तान नहीं बल्कि गारंटी देने वाला प्रदेश बन गया है।
जन भावना का हुआ सम्मान
50 ज़िलों का हुआ राजस्थान
लंबे समय से चली आ रही नए जिलों के गठन की मांग पूरी होने पर आज बिरला ऑडिटोरियम में आयोजित जिला व संभाग के ऐतिहासिक स्थापना दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
जन सम्मान व जय राजस्थान की भावना के साथ इस हर्षोल्लास के उत्सव की समस्त… pic.twitter.com/wsUikemsAo
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 7, 2023
सीएम गहलोत ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
इस मौके पर गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए खुद को बड़ा फकीर बताया। गहलोत ने कहा कि प्रदेशवासियों को मुझ पर विश्वास करना चाहिए। मैं जो कुछ कहता हूं। दिल से कहता हूं। मैं मोदी जी आपसे बड़ा फकीर हूं। आपने नोट किया होगा कि मोदी जी जो ड्रेस एक बार पहन लेते हैं। वो रिपीट नहीं करते हैं। दिन में एक, दो, तीन बार ड्रेस बदलते होंगे पता नहीं। मैं मेरी ड्रेस वही रखता हूं, मैं फकीर नहीं हूं क्या?
ये खबर भी पढ़ें...
मैंने अपनी जिंदगी में एक प्लॉट नहीं खरीदा : सीएम
मुख्यमंत्री ने आगे कहा मैंने अपनी जिंदगी में एक प्लॉट नहीं खरीदा है। एक फ्लैट नहीं खरीदा है। मैंने एक ग्राम सोना नहीं खरीदा है। वो मुझसे बड़े क्या फकीर होंगे? उनका चश्मा ढाई लाख का है? जब पहली बार पीएम बने तो मोदी का सूट लंदन से बनकर आया था। 10 लाख का सूट था वो, जैसे ही राहुल गांधी ने सूट बूट की सरकार बताकर अटैक किया, उस कोट को बेचना पड़ा। सीएम गहलोत ने कहा कि एमएलए एमपी को फ्लैट मिलते हैं तो 40 साल पहले कोई 90 हजार का प्लॉट मानसरावेर में मिला था। वो प्लॉट 10 साल की किश्तों में दिया। एमपी को दिल्ली में फ्लैट मिलता है। वह द्वारका में है। उसका कोई 15 हजार किराया आता है, कैसा फ्लैट होगा वो? उसकी 15 साल तक किश्तें चुकाईं।
ये खबर भी पढ़ें...
प्रधानमंत्री देश का होता हैं, बीजेपी का नहीं होता है: सीएम गहलोत
सीएम गहलोत ने कहा- प्रधानमंत्री पद का मान सम्मान करते हैं। प्रधानमंत्री देश का होता हैं वह बीजेपी का नहीं होता है। प्रधानमंत्री को अब तक भ्रम है कि मैं बीजेपी का प्रधानमंत्री हूं तो उसका क्या कर सकता हूं? उनका देश में बोलने, चलने में जो व्यवहार है। वो ऐसा है जैसे वो एक पार्टी के ही प्रधानमंत्री हैं। वो खाली हिंदुओं के ही प्रधानमंत्री है। यह बहुत खतरनाक बात है। आप डेमोक्रेसी में प्रधानमंत्री चुने गए हो।
ये खबर भी पढ़ें...
राजस्थान में 33 से बढ़कर 50 जिले हुए, इन नए जिलों का हुआ गठन
33 जिलों वाला राजस्थान अब 50 जिलों और 10 संभाग वाला प्रदेश बन गया हैं। प्रदेश में 19 नए जिले अस्तित्व में आ गए हैं। इनमें अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, कोटपूतली-बहरोड़, बालोतरा, खैरथल-तिजारा, ब्यावर, जयपुर ग्रामीण, नीम का थाना, डीग, फलौदी, डीडवाना-कुचामन, जोधपुर ग्रामीण, सलूम्बर, दूदू, केकड़ी, सांचौर और शाहपुरा की स्थापना हुई। वहीं राजस्थान में 3 नए संभाग बनने के बाद 7 से बढ़कर 10 संभाग हो गए है। पाली सीकर और बांसवाडा नए संभाग अस्तित्व में आ गए है।