संजय गुप्ता, INDORE. नगर निगम में बने नए निगम परिषद हॉल अटल सदन को देखकर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह भवन इतना सुंदर बना है कि लग रहा है कि फिर से पार्षद बन जाउं। उन्होंने कहा कि हम जब पार्षद थे तब लोहे की कुर्सी टेबल पर बैठते थे। अब यह भवन बन गया है तो यहां अच्छी चर्चा करें, शहर के लिए प्रस्ताव पास करें, पढ़कर आएं। वहीं सीएम डॉ. मोहन ने निगम को 50 करोड़ देने की घोषणा भी की।
नगर निगम परिषद सभागृह का लोकार्पण
दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को इंदौर नगर निगम परिषद सभागृह का लोकार्पण किया। इसका सभागृह का नाम भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है। इस दौरान नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सुंदर और भव्य सभागृह की तारीफ करते हुए विधायक से वापस पार्षद बन जाने वाली बात कही।
प्राधिकरण की तरह ही काम करें निगम: सीएम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि निगम भी विकास प्राधिकरण की तरह काम करें। वह अपनी आय के लिए स्वावलंबी बने। केवल आईडीए ही क्यों मल्टी बनाए, कॉलोनी काटे, निगम भी यह अपने स्तर पर करें। इसके लिए हम काम कर रहे हैं।
सीएम बोले- मैंने महापौर को चमका दिया था
सीएम मोहन ने हंसी मजाक में यह भी कहा कि महापौर जी ने परिषद हॉल के उद्घाटन के लिए कहा था लेकिन मैंने चमका दिया एक बार, मेरे पास समय कम है। सीएम ने आगे कहा कि इंदौर और उज्जैन में अब कोई अंतर नहीं रह गया है। दोनों शहरों के बीच चल रही कई योजनाओं से ये अब और करीब आएंगे। सीएम ने कहा कि इंदौर-उज्जैन के लिए और भी योजनाओं की घोषणा जल्द होगी। इसके लिए थोड़ा इंतजार अच्छा है।
नए भवन में 120 लोगों के बैठने की क्षमता
परिषद सभागृह के नए भवन में 120 लोगों के बैठने की क्षमता है। इसके साथ ही भविष्य में 180 सीटों की क्षमता का किया जा सकता है। इसमें तीन विजिटर्स लॉबी हैं। यह सभागृह डिजिटल सेंट्रलाइज मॉनटरिंग बेस्ड है। इसके बनने से निगम की अब हल साल लाखों रुपयों की बचत होगी। अभी परिषद की बैठकें ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित की जाती रही हैं। इस दौरान एक आयोजन में निगम के करीब 10 लाख रु. खर्च होते हैं। इस तरह सालभर में 50-60 लाख रु. खर्च होते हैं। अब नया सभा गृह बनने से निगम को परेशानी नहीं होगी।