वेंकटेश कोरी, JABALPUR. विधानसभा चुनाव के बाद मध्य प्रदेश में चुनी गई मोहन सरकार अपने पूर्ण स्वरूप में आ चुकी है। मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव की कैबिनेट का विस्तार हो गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव अपनी पूरी कैबिनेट के साथ जबलपुर में बैठक करने जा हैं, इसके लिए 3 जनवरी की तारीख प्रस्तावित की गई है। मोहन यादव मंत्री मंडल के गठन के बाद यह पहली कैबिनेट की बैठक होगी। जबलपुर में प्रस्तावित कैबिनेट बैठक को लेकर जबलपुर का जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। व्यापक स्तर पर तैयारियाँ शुरू कर दी गई है और अधिकारियों ने प्रस्तावित बैठक के लिए स्थल चयन की कवायद भी तेज कर दी है। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक पहले चरण में कैबिनेट बैठक के लिए बिजली मुख्यालय शक्ति भवन का मुआयना किया गया है, तमाम व्यवस्थाएं अगर दुरुस्त रही तो संभवत कैबिनेट की बैठक बिजली मुख्यालय शक्ति भवन में हो सकती है।
गैरिसन ग्राउंड में सभा, गौरी घाट में महाआरती में शामिल होंगे सीएम
3 जनवरी को प्रस्तावित कैबिनेट बैठक को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियाँ तेज कर दी गई है, जबलपुर जिला प्रशासन की ओर से अभी तक कोई अधिकृत कार्यक्रम तो जारी नहीं किया गया है लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि कैबिनेट की यह बैठक बिजली मुख्यालय शक्ति भवन में होगी, इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव सदर के गैरिसन मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे, इसके बाद मुख्यमंत्री नर्मदा तट गौरी घाट पहुंचकर मां नर्मदा की महाआरती भी कर सकते। प्रस्तावित कैबिनेट बैठक को लेकर प्रशासनिक अधिकारी अपने स्तर पर तैयारियों में जुटे हुए हैं और वे भोपाल से जारी होने वाले मिनट टू मिनट कार्यक्रम का इंतजार कर रहे हैं।
कमलनाथ के कार्यकाल में हुई थी शक्ति भवन में कैबिनेट बैठक
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में भी जबलपुर के शक्ति भवन स्थित तरंग ऑडिटोरियम में कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई थी। 16 फरवरी 2019 के दिन आयोजित कैबिनेट की इस बैठक में कई अहम फैसलों पर रायशुमारी करने के साथ ही उन पर मुहर भी लगाई गई थी। कांग्रेस सरकार के दौरान जबलपुर में कराई गई कैबिनेट की इस बैठक को कांग्रेस हमेशा ही उपलब्धि के रूप में प्रचारित करती रही है शायद यही वजह है कि अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने भी जबलपुर में कैबिनेट की बैठक कराने का फैसला लिया है। जबलपुर में कैबिनेट की बैठक का होना कई मायनो में बेहद खास है। कहा जा रहा है कि जबलपुर से चार बार के सांसद और अब मोहन यादव मंत्रिमंडल में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के प्रयासों से ही जबलपुर में कैबिनेट की बैठक होने जा रही है।
कमलनाथ के कार्यकाल में हुई थी शक्ति भवन में कैबिनेट बैठक
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में भी जबलपुर के शक्ति भवन स्थित तरंग ऑडिटोरियम में कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई थी। 16 फरवरी 2019 के दिन आयोजित कैबिनेट की इस बैठक में कई अहम फैसलों पर रायशुमारी करने के साथ ही उन पर मुहर भी लगाई गई थी। कांग्रेस सरकार के दौरान जबलपुर में कराई गई कैबिनेट की इस बैठक को कांग्रेस हमेशा ही उपलब्धि के रूप में प्रचारित करती रही है शायद यही वजह है कि अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने भी जबलपुर में कैबिनेट की बैठक कराने का फैसला लिया है। जबलपुर में कैबिनेट की बैठक का होना कई मायनो में बेहद खास है। कहा जा रहा है कि जबलपुर से चार बार के सांसद और अब मोहन यादव मंत्री मंडल में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के प्रयासों से ही जबलपुर में कैबिनेट की बैठक होने जा रही है।
जानें कब क्या हुआ?
3 दिसंबर: विधानसभा चुनाव के नतीजे आए।
11 दिसंबर: 8 दिन बाद 11 दिसंबर को मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री का चयन किया गया।
13 दिसंबर: सीएम और दोनों डिप्टी सीएम ने शपथ ली।
25 दिसंबर: मंत्रिमंडल विस्तार हुआ। 28 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई।