Chhindwara. विधानसभा चुनाव घड़ी के चलते कांटों की तेजी से अपने समय पर पहुंचते जा रहे हैं। ऐसे में सियासत के हर रोज नए रंग भी देखने को मिल रहे हैं। अब नया मामला छिंदवाड़ा में बनने जा रहे हनुमान लोक से जुड़ा है। जहां हनुमान जी की मूर्ति की स्थापना को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान और पीसीसी चीफ कमलनाथ आमने-सामने हैं। दरअसल सीएम शिवराज से जब यह सवाल किया गया कि कमलनाथ कहते हैं कि छिंदवाड़ा में मूर्ति का निर्माण उन्होंने कराया है। तो सीएम शिवराज ने जवाब में कहा कि मूर्ति वहां कई सालों पहले से है। अब अगर कमलनाथ कहेंगे कि लालकिला और कुतुबमीनार भी मैंने बनाया तो मैं क्या कह सकता हूं ।
कमलनाथ ने किया पलटवार
इधर सीएम शिवराज सिंह ने यह बयान दिया तो पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी पलटवार किया है, उन्होंने कहा कि महावीर बजरंगबली तो अनादि और अनंत हैं। वे धरती के कण-कण में विद्यमान हैं। हर व्यक्ति अपनी हैसियत के अनुसार उनकी सेवा करता है। सब जानते हैं कि 2014 में मुझे सिमरिया में भारत की सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा बनाने का सौभाग्य मिला। इसमें श्रेय लेने जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन आस्था के विषय में भी सीएम झूठ फैलाएंगे तो हनुमान जी ही ऐसे व्यक्ति के साथ न्याय करेंगे।
जामसांवली में बनना है हनुमानलोक
छिंदवाड़ा के जामसांवली के लेटे हुए हनुमान पूरे देश में विख्यात हैं। मप्र सरकार ने यहां 100 करोड़ की लागत से हनुमान लोक बनाने की घोषणा की है। जिस पर सियासत हो रही है। यह बेहद प्राचीन मंदिर भी है। यहां महाकाल लोक की तर्ज पर पूरा कॉरिडोर विकसित किया जाना है। खास तौर पर मौके पर मौजूद पर्वत पर हनुमान लीलाओं और उनके पराक्रम संबंधी लीलाओं का चित्रण किया जाएगा।
दरअसल प्रदेश सरकार जामसांवली में हनुमान लोक बनाने की घोषणा कर खुदको हनुमान भक्त साबित करने में जुटी है तो वहीं पीसीसी चीफ कमलनाथ सिमरिया में विशाल हनुमान प्रतिमा को दिखाकर खुद को सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर हनुमान भक्त बताते आ रहे हैं।