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BHOPAL. जिन अतिथी शिक्षकों के कारण प्रदेश की कमलनाथ सरकार को कुर्सी गंवानी पड़ी थी उन पर अब शिवराज सरकार की मेहरबानी हुई है। सीएम का रेवड़ी बांटने का सिलसिला जारी है। इस सिलसिले में अब बारी अतिथी शिक्षकों की आई है। भोपाल में हुई अतिथी शिक्षक महापंचायत में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया। उनका मानदेय दोगुना करने के साथ ही नियमित करने के लिए पात्रता परीक्षा कराने का भी भरोसा दिला दिया। ये वही अतिथी शिक्षक हैं जिनके आंदोलन में तत्कालीन कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रोड पर उतरने का ऐलान किया था। इसके बाद वे कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए और कमलनाथ सरकार गिर गई। प्रदेश में चौथी बार शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बने। अब साढ़े साल बाद ऐन चुनाव के पहले सीएम ने अतिथी शिक्षकों की तिथी तय कर उन पर मेहरबानी दिखा दी।
भोपाल में आयोजित अतिथि शिक्षक पंचायत में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी घोषणा की है। सीएम ने कहा कि अतिथि शिक्षकों को अब पीरियड के बजाय महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा। यही नहीं सीएम ने अतिथि शिक्षकों का मानदेय दोगुना करने की घोषणा की है। जिसके हिसाब से वर्ग एक को 9 हजार के बजाए 18 हजार, वर्ग दो को 7 हजार के बजाए 14 हजार और वर्ग तीन को 5 हजार के बजाए 10 हजार रुपए मानदेय दिया जाएगा। इसके अलावा शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों को 25 फीसदी के बजाए 50 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है।
सीएम ने की घोषणाएं :
- अतिथी शिक्षकों का अनुबंध अब सालाना होगा, बीच में किसी को नहीं हटाया जाएगा।
- पहले पीरिएड के आधार पर मानदेय मिलता था अब महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा।
- अतिथी शिक्षक वर्ग एक को 9 हजार से बढ़ाकर 18 हजार रुपए मासिक मानदेय दिया जाएगा।
- अतिथी शिक्षक वर्ग दो को 7 हजार से बढ़ाकर 14 हजार रुपए महीने मानदेय मिलेगा।
- अतिथी शिक्षक वर्ग तीन को 5 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रुपए मानदेय मिलेगा।
- अतिथी शिक्षकों के आरक्षण में बढ़ोत्तरी की गई है। अब आरक्षण 25 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी किया गया है।
- अगली भर्ती से ही लागू होगी आरक्षण की ये व्यवस्था।
- प्रतिवर्ष चार अंक और अधिकतम 20 अंक बोनस के मिलेंगे।
- हर महीने की निश्चित तारीख को मानदेय मिलेगा।
- पात्रता परीक्षा लेकर अतिथी शिक्षकों को नियमित किया जाएगा।
- डीएड, बीएड की बाध्यता रहेगी क्योंकि ये आरटीई में जरुरी है।
कांग्रेस पर साधा निशाना
सीएम ने इस मौके पर कांग्रेस की दिग्विजय सरकार पर निशाना साधा। सीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने गुरुजी,शिक्षाकर्मी और अतिथी शिक्षक जैसा कल्चर लागू किया था और उनको नाममात्र के पैसे दिए जाते थे। बीजेपी सरकार ने इस कर्मी कल्चर को खत्म कर सबको अध्यापक बनाया है। सभी लोगों की चिंता की है। सीएम ने कहा कि उनकी चिंता वे करेंगे और बच्चों का भविष्य संवारने में वे मन से जुट जाएं।
लाल परेड ग्राउंड में आयोजित हुई अतिथि शिक्षक महापंचायत
बता दें कि शनिवार को राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में अतिथि शिक्षकों की महापंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रदेश भर से आए 10 हजार से ज्यादा अतिथि शिक्षक शामिल हुए। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस महापंचायत में शिरकत कर उन लंबित मांगों को पूरा करने का ऐलान कर दिया जिसके लिए सालों से अतिथि शिक्षक अपनी आवाज बुलंद करते चले आ रहे थे। घोषणाओं के बाद जाते-जाते सीएम शिवराज ने अतिथि शिक्षकों से सवाल भी किया, कि ऐसे तो बार-बार मुझसे मांगों को लेकर मिलते रहते थे, अब मुझसे मिलने आओगे कि नहीं?