संजय गुप्ता, INDORE. मप्र में जनसुनवाई के क्या हाल है, इसका एक और बड़ा उदाहरण बुधवार, 2 अगस्त को सामने आया। इंदौर के द्वारकापुरी में रहने वाले एक 26 साल के दिव्यांग मोहन पाल ने मंगलवार रात फांसी लगाकर जान दे दी। फांसी लगाने के पहले उसने व्हॉट्सएप पर लिखा कि वह एसआई के व्यवहार से काफी दुखी है। इसके बाद उसने फांसी लगा ली। सुबह परिजन उठे तो मोहन का शव फंदे पर लटका देखा। भाई और पिता उसे नीचे उतारकर अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मोहन की मौत से गुस्साए परिजनों और परिचितों ने बुधवार सुबह द्वारकापुरी थाने पर हंगामा कर दिया। सूचना के बाद पहुंचे एडिशनल डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा ने परिजनों को जांच का भरोसा दिया। और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। परिवार के लोग शव को थाने पर ही रखकर काफी देर तक हंगामा करते रहे। इस मामले में अभी आरोपी एसआई अमोद उइके को सस्पेंड कर मामला जांच में लिया गया है।
वाट्सअप पर भेजे सुसाइड नोट में यह लिखा है
मोहन ने अपने भाई रतिराम को आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट भी बेजा है। इसमें उसने कहा कि- द्वारकापुरी पुलिस के गलत व्यवहार के कारण मैं आज मोहन पाल सुसाइड करने जा रहा हूं। मुझे एसपी ऑफिस से थाने भेजा गया था, कलेक्टर ने एसपी (राजेश कुमार सिंह के) ऑफिस पहुंचाया था, और उन्होंने थाने पहुंचाया। थाने में मुझसे गाली-गलौज की गई। मुझसे गलत व्यवहार से बात की गई और कहा गया तु वहां क्यी करने गया थआ। इसलिए आम में द्वारिकापुरी पुलिसवालों के कारण सुसाइड करने जा रहा हूं. मैं कलेक्टर जनसुनवाई में भी गया था, वहां से मुझे एसपी ऑफिस पहुंचाया गया था। यहां टू स्टार (एसआई) ने मुझसे बहुत ही गलत बात की। मुझे बहुत ही गलत प्रकार से प्रताड़ित किया गया। रिपोर्ट नहीं लिखना थी तो सीधे बोल देते, लेकिन मुझसे बहुत ही गलत व्यवहार तरीके से बात की गई।
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युवक के साथ हुआ था धोखा
दिव्यांग युवक से शादी के नाम पर बिहार के व्यक्ति ने ऑनलाइन फ्रॉड किया था। इसके बाद से वह लगातार मामले में शिकायत कर रहा था। सायबर थाने में दिव्यांग कई बार गया। लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। पुलिस के मुताबिक मृतक का नाम मोहन पुत्र रमन पाल निवासी आकाश नगर है। जो रेती मंडी के यहां चाय की दुकान चलाता है। मोहन के साथ परिचित मलखान नामक युवक ने शादी की बात की थी। उसके साथ बिहार के प्रवेश ने आनलाइन फ्रॉड किया था। मामले में उसने डीसीपी राजेश सिंह के साथ कलेक्टर की जनसुनवाई में गुहार लगाई थी। इसके बाद उसे द्वारकापुरी थाने भेजा गया था। यहां मोहन पहुंचा तो उसे ड्यूटी पर एसआई उइके मिला। जिसने उसे अपशब्द कहे। एसआई उइके ने बदसलूकी की थी, उन्हें निलंबित करके लाइन अटैच कर दिया गया है। जांच पूरी होने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मोहन एक हाथ से दिव्यांग था। उसके परिवार में दो भाई हैं। वह चाय की दुकान चलाकर घर का पालन पोषण करता है। सूचना के बाद सुबह भारी भीड़ द्वारकापुरी थाने पर पहुंची ओर हंगामा किया।
पिता बोले- बेटे से शादी के नाम 90 हजार ठगे
पिता रमन पाल ने कहा बेटे मोहन को मलखान नामक युवक ने शादी कराने के नाम पर 95 हजार रुपए लिए थे। मलखान ने प्रवेश से संपर्क करवाया। अपनी शादी का हवाला देते हुए बेटे की शादी कराने का कहा था। मलखान मेरे बेटे को बरात में बिहार भी ले गया था। उसी ने बेटे की शादी कराने के नाम पर ठगी की है। बेटा उसे लेकर ही परेशान था। मलखान ने फोन उठाना बंद कर दिए थे और वह बेटे को धमकी भी दे रहा था। इसके चलते वह पुलिस के पास शिकायत करने गया था।
ऑनलाइन ठगी की, लड़की भगाने के नाम पर धमकाया
मोहन ने कलेक्टर कार्यालय में की गई अपनी शिकायत में बताया था कि उसके परिचित ने बिहार में एजेंट प्रवेश शर्मा से मिलाया था। जो शादियां करवाता है। में अविवाहीत हूं और मुझे शादी करवाने का कहा था। इसके एवज में 95 हजार मांगे थे। यह पैसा शादी के नाम पर मांगा था। इसके बाद में विश्वास करके सहरसा बिहार चला गया। यहां मुझसे 95 हजार रुपए ले लिये। मुझे लड़की का फोटो दिखाया और शादी का दिलासा दिया। इसके बाद मैं इंदौर आ गया। शादी की बात करने के लिए मैंने प्रवेश को कॉल किया तो पहले उसने टालमटोल किया। इसके बाद उसने मेरा फोन उठाना भी बंद कर दिया। मैंने एजेंट के साथी श्याम सुंदर शर्मा उर्फ दिनेश के अकाउंट में ऑनलाईन 95 हजार रुपए ट्रांसफर किए हैं। रुपए लेने के बाद मैंने जब कॉल किये तो मुझे दूसरे नंबरों से कॉल आए कि हम बिहार के पूर्णिया थाने से बोल रहे हैं। तुम बिहार आए और लड़की भगाकर ले गए। तुम्हें अंदर कर दूंगा। इस पूरे मामले की शिकायत मोहन ने इंदौर में जनसुनवाई में कलेक्टर से की थी।