BHOPAL. अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अब कुछ दिन ही बचे है। हर राम भक्त को इस दिन का लंबे समय से इंतजार है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही कांग्रेस का चुनावी मोड़ शुरू होगा। पार्टी सामूहिक रूप से 4.31 करोड़ बार लिखे गए नाम वाले कागजात एकत्र करेगी और फिर उन्हें 22 जनवरी को दो बसों में अयोध्या भेजेगी।
'राम' लिखे कागज भेजे जाएंगे उप्र के शहर
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे नकुल नाथ भी राम नाम में डूबे नजर आ रहे हैं। छिंदवाड़ा से 4 करोड़ 31 लाख राम नाम लिखे पत्रक को अयोध्या भेजने की तैयारी में हैं। राम नाम पत्रक बसों से अयोध्या भेजे जाएंगे। यानी छिंदवाड़ा से दो बसों में सामूहिक रूप से 4.31 करोड़ बार 'राम' लिखे कागज उत्तर प्रदेश के शहर भेजे जाएंगे।
ये लोकसभा की रणनीति-एक्सपर्ट
दरअसल छिंदवाड़ा की मारूति नंदन सेवा समिति ने 21 दिनों का श्रीराम महोत्सव का आयोजन किया है। लोगों को राम नाम का पत्रक बांट रहे हैं। लोगों को इसमें 108 बार राम नाम लिखकर उन्हें वापस करना है। छिंदवाड़ा के सिमरिया स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर का प्रबंधन इसी समिति के हाथ में है। कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नकुलनाथ इस समिति के संरक्षक हैं। तीन चरणों में श्रीराम महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। 4 जनवरी से राम नाम लेखन का काम शुरु किया गया है, जो 21 जनवरी तक चलेगा। 11 जनवरी से 14 जनवरी तक 11 हजार 111 राम नाम जप कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इसके अलावा 15 जनवरी से 18 जनवरी तक महिलाओं के अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 21 जनवरी को इन पत्रकों को इकट्ठा कर बसों से अयोध्या भेजा जाएगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन उंटखाने स्थिति छिंदवाड़ा के प्राचीन राम मंदिर में इन पत्रकों को रखा जाएगा। वहीं एक्सपर्ट का कहना है कि कमलनाथ ऐसा करके खुद को दूसरों से बेहतर बताने की कोशिश में हैं। उनकी ये लोकसभा के लिए रणनीति है।
छिंदवाड़ा के लिए बनेगा एक नया रिकॉर्ड
छिंदवाड़ा में मारुति नंदन समिति की ओर से 21 दिवसीय श्रीराम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत जिले में राम नाम पत्रक का वितरण किया जा रहा है। इसमें लोग राम नाम पत्रक में 108 बार राम नाम लिखेंगे। इसके बाद भरे गए राम पत्रक को एकत्रित कर अयोध्या में भगवान श्रीराम के चरणों मे रख दिया जाएगा। इसी कार्यक्रम में सांसद नकुल नाथ शामिल हुए थे। उन्होंने खुद भी राम पत्रक में राम नाम का 108 बार लेखन किया। छिंदवाड़ा में लगभग 4 करोड़ 31 लाख राम नाम भरे जाएंगे। ये छिंदवाड़ा के लिए एक नया रिकॉर्ड बनेगा। 20 तारीख को दो बसों में अयोध्या के लिए ये पत्रक रवाना किए जाएंगे। 22 तारीख को जिलेभर के तमाम पुजारियों के साथ श्रीराम के चरणों मे रखे जाएंगे।
रामलला के लिए खास पोशाक
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से रामलला और हनुमान जी के लिए नई पोशाक तैयार करवाई जा रही है। अयोध्या के प्रमोदवन निवासी शंकर लाल ये विशेष पोशाक बना रहे हैं। 3 पीढ़ियों से उनका ही परिवार रामलला के लिए पोशाक तैयार करता आ रहा है।
जानिए इस पोशाक में क्या खास
मुहूर्त के अनुसार मुख्य कार्यक्रम सोमवार के दिन होगा। इस दिन रामलला को सफेद वस्त्र धारण कराए जाते हैं, लेकिन 22 जनवरी को शुभ दिन है। इसलिए शुभ काज में पीतांबरी ओढ़ाने का विधान है। यही वजह है कि भगवान के लिए पीले रंग की पोशाक बनाई जा रही है।
भगवान राम की 51 इंच की मूर्ति
अपने काम को लेकर शंकरलाल आत्मविश्वास से भर जाते हैं। अपने आप को सौभाग्यशाली मानते हैं। उनका कहना है कि प्राण-प्रतिष्ठा के दिन रामलला पीले रंग की पोशाक धारण करेंगे। प्राण-प्रतिष्ठा के लिए रामलला की 51 इंच की मूर्ति बन रही है। लिहाजा, मंदिर में विराजमान रामलला और 51 इंच के रामलला के लिए विशेष पोशाक तैयार की जा रही है।
हर दिन अलग रंग की पोशाक
रामलला को दिन के अनुसार वस्त्र धारण कराए जाते हैं। रविवार को गुलाबी, सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को क्रीम कलर और शनिवार को नीले रंग की पोशाक धारण कराई जाती है।
प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान
18 जनवरी - गणेश अंबिका पूजन, वरुण पूजन, मातृका पूजन, ब्राह्मण वरण, वास्तु पूजन आदि से अनुष्ठान आरंभ
19 जनवरी - अग्नि स्थापना, नवग्रह स्थापना और हवन
20 जनवरी - गर्भगृह को सरयू जल से धोकर वास्तु शांति और अन्नाधिवास कांड होंगे
21 जनवरी - 125 कलश से मूर्ति का दिव्य स्नान
22 जनवरी - मृगशिरा नक्षत्र में रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा होगी
श्री राम मंदिर में दर्शन और आरती का समय
जागरण आरती - सुबह 6:30 बजे
दर्शन समय - सुबह 7 से 11:30 बजे
दोपहर भोग आरती - दोपहर 12 बजे
दर्शन समय - दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक
रात्रि भोग आरती - शाम 7:30 बजे