BASTAR. बीजेपी का दामन छोड़कर कांग्रेस में आए आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने धर्मांतरण को लेकर बड़ा बयान दिया हैं। नंद कुमार साय ने कहा कि बस्तर में अगर आदिवासियों का धर्मांतरण हो रहा है, तो यह बहुत बड़ी समस्या है। इसको लेकर राज्य सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होने धर्मांतरण को चिंताजनक बताया। कांग्रेस नेता नंदकुमार साय ने बस्तर में धर्मांतरण को लेकर कहा आदिवासी बाहुल्य इलाकों में किसी भी हालत में धर्मांतरण को रोका जाना चाहिए। इसके लिए प्रशासन को अपने स्तर पर पहल करनी होगी। अपने जगदलपुर प्रवास के दौरान धर्मांतरण को लेकर पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने यह बयान दिया।
धर्मांतरण चिंताजनक, इसको लेकर ठोस कदम उठाने चाहिए
आपकों बता दे कि मंत्री कवासी लखमा के साथ ही कांग्रेस पार्टी के नेता बस्तर में धर्मांतरण को नकारते रहे हैं। ऐसे में नंदकुमार साय का यह बयान कहीं ना कहीं धर्मांतरण को कबूल करने वाला है। नंद कुमार साय ने यह भी कहा कि धर्मांतरण चिंताजनक है, छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति बाहुल्य इलाका है। ऐसे में प्रशासनिक स्तर पर धर्मांतरण को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
नंद कुमार साय ने बीजेपी पर लगाए आरोप
इस दौरान नंद कुमार साय ने कहा कि पूर्व में धर्मांतरण हुआ था या नहीं और वर्तमान में हो रहा है या नहीं, ऐसी राजनीतिक चर्चाओं से अलग होकर धर्मांतरण के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए। इसके अलावा साय ने भगवान राम को लेकर बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी हमेशा चुनाव के दौरान भगवान राम के नाम का इस्तेमाल करती है।
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कांग्रेस सरकार ने कराया रामवन गमन पथ का निर्माण
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की भूपेश सरकार ने कई ऐसे काम किए हैं, जोकि बीजेपी के शासनकाल के दौरान नहीं हुए थे। उन्होंने राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया। कौशल्या माता मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया। रामवन गमन पथ का निर्माण करवाया, इतना ही नहीं भूपेश बघेल सरकार ने बजट में बकायदा राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के लिए भी प्रावधान किया। दरअसल, बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने के बाद नंदकुमार साय को औद्योगिक विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया है। इसके बाद से ही साय बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं।