Jaipur. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजस्थान में भी कांग्रेस ने वरिष्ठ पर्यवेक्षक और पर्यवेक्षक की नियुक्ति के साथ-साथ समस्त 25 लोकसभा क्षेत्रों में भी पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं। राजस्थान में कमान वरिष्ठ कांग्रेसी मधुसूदन मिस्त्री के हाथों सौंपी गई है, जबकि कर्नाटक चुनाव की रणनीति सेट करने वाले शशिकांत सेंथिल को ऑब्जर्वर तैनात किया गया है। ये दोनों नेता विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन, चुनाव प्रचार अभियान से लेकर पूरी चुनावी गतिविधियों पर नजर रखेंगे।
राहुल गांधी के करीबी हैं मिस्त्री
बता दें मधुसूदन मिस्त्री वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हैं, वे पहले भी राजस्थान की जिम्मेदारी वहन कर चुके हैं। मिस्त्री ने ही कांग्रेस संगठन के चुनाव करवाए थे, उन्हें राहुल गांधी का खास माना जाता है। जबकि शशिकांत सेंथिल कर्नाटक में बखूबी अपनी जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं। इसके अलावा हर लोकसभा सीट पर ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं, जिनके पास 8 विधानसभाओं का जिम्मा रहेगा।
इन्हें लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी
एआईसीसी ने हिम्मत सिंह पटेल को अलवर, बलदेव ठाकुर को बाड़मेर, शैलेश परमार को बीकानेर, प्रदीप दुदावत को चित्तौड़गढ़, किशन पटेल को दौसा, अमित चावड़ा को अजमेर, आनंद पटेल को बांसवाड़ा, गीता भुक्कल को भरतपुर, नीरज शर्मा को भीलवाड़ा और राजपाल खारोला को चुररु की जिम्मेदारी सौंपी है।
इसके अलावा मोना तिवारी को जयपुर, रावदान सिंह को जयपुर ग्रामीण, ज्ञानी बेन तुम्मर को झालावाड़, सीजी चावड़ा को जोधपुर, इंद्र विजय गोयल को कोटा, अमरीश देर को पाली, प्रभु ठोकिया को राजसमंद, मिर्जा जावेद अली को टोंक, नौशाद सोलंकी को श्रीगंगानगर, रघु देसाई को जालौर, अमर जी ठाकुर को झुंझुनू, शकुंतला खटीक को धौलपुर, अमित सिहाग को नागौर और कांति किराड़ी को उदयपुर लोकसभा सीट का जिम्मा दिया गया है।
जल्द होगी समितियों की घोषणा
कांग्रेस आलाकमान की इस कवायद के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही स्क्रीनिंग कमेटभ् समेत अन्य चुनाव समितियों की घोषणा भी हो जाएगी। स्क्रीनिंग कमेटी और कैंपेन कमेटी की घोषणा पर सबकी निगाहें हैं। सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट पहले ही यह मशविरा दे चुके हैं कि प्रत्याशियों का ऐलान जल्द किया जाए। इस लिहाज से चुनाव कमेटियों की घोषणा भी जल्द किए जाने की संभावना है।