BHOPAL. कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन रजनी पाटिल ने शनिवार, 3 फरवरी को भोपाल में पूर्व सीएम दिग्विजय के दावे को खारिज कर दिया। एक सवाल के जवाब में पाटिल ने कहा कि कांग्रेस ने कभी ऐसा नहीं कहा कि जब तक ईवीएम है, लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाएंगे। साथ ही कहा कि नेताओं ने बोला होगा, जो उनका व्यक्तिगत मत है।
यहां बता दें, दिग्विजय ने 24 जनवरी को ईवीएम और वीवीपैट का डेमो कराया था और कहा था कि जब तक ईवीएम से चुनाव होंगे लोकसभा चुनाव नहीं जीत सकते हैं। बाद में पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी दिग्विजय के आरोपों का समर्थन किया था।
दिग्विजय ने 30 से 40% वोट के हेरफेर की बात कही थी
दिग्विजय का आरोप था कि वे 2003 से लगातार ईवीएम पर सवाल उठाते रहे हैं, जिसकी शिकायतें लालकृष्ण आडवाणी जी ने भी की। बीजेपी के नरसिंहमन तो इस पर किताब लिख डाली कि हमें ईवीएम पर विश्वास नहीं है। दिग्विजय सिंह ने आरोप था कि ईवीएम से 30 से 40 प्रतिशत वोटों का हेरफेर हो सकता है।
हिंदी क्लस्टर कमेटियों का गठन
लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन के लिए कांग्रेस ने हिंदी क्लस्टर बनाकर कमेटियों का गठन किया है। गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली, दमन दीव, दादरा और नागर हवेली की स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन राज्यसभा सांसद रजनी पाटिल हैं। कृष्णा अल्लावरु और परगट सिंह सदस्य हैं। पाटिल शनिवार को भोपाल में थी, जहां उन्होंने स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग ली।