BHOPAL. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस का पूरा फोकस लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत पर है। लोकसभा चुनाव को लेकर इस महीने के आखिरी में कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करने की तैयारी कर रही है। चुनाव की तैयारियों के बीच कांग्रेस में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में शनिवार को चुनावी रणनीति को लेकर भोपाल में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। इस बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण का फॉर्मूला तैयार किया गया।
29 सीटों पर टिकट के लिए 50-50 का फॉर्मूला
इस दौरान AICC की ओर से नियुक्त स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरपर्सन रजनी पाटिल ने सदस्यों के साथ वन टू वन चर्चा की। बैठक में मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने टिकट का 50-50 का फॉर्मूला तय किया गया है। कांग्रेस 29 में से 14 से 15 सीटों पर युवाओं को टिकट देगी। बाकी सीटों पर सीनियर लीडर्स को चुनाव लड़वाएगी।
बैठक में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल और सदस्य परगट सिंह और कृष्णा अल्लावेरू ने 29 लोकसभा सीटों के लिए नियुक्त समन्वयकों से फीडबैक लिया है। बताया जा रहा है कि अध्यक्ष रजनी पाटिल संभावित उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट बंद लिफाफे में ले जाकर पार्टी आलाकमान के सामने रखेंगी।
पार्टी कहेगी तो लड़ेंगे चुनाव: सज्जन वर्मा
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कांग्रेस के दिग्गजों के चुनाव नहीं लड़ने पर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। पार्टी जिसे कहेगी उसे चुनाव लड़ना होगा। पार्टी का फैसला ही अंतिम होगा। बैठक में जिन दिग्गज नेताओं ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार किया है, उन नेताओं को फिर से चुनावी मैदान में उतारने की मांग उठी। वहीं खुद के चुनाव लड़ने पर सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि ''हम पार्टी के सीनियर लीडर हैं, पार्टी के आदेशों से बंधे हुए हैं यदि पार्टी आदेश करेंगी तो अवश्य लड़ेंगे''
मीडिया से चर्चा में कांग्रेस कमेटी स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल ने कहा कि हम अपने बलबूते पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस का कहना है कि जब तक ईवीएम रहेगी लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाएंगे? इस सवाल पर रजनी पाटिल ने कहा कि कांग्रेस ने ऐसा कभी नहीं कहा है। नेताओं ने बोला होगा, ये उनका व्यक्तिगत मत है। हम उनके बारे में नहीं बोलना चाहते।
बड़े नेता को चुनाव लड़ाने से होगा फायदा
बैठक में कांतिलाल भूरिया ने कहा कि सभी से चर्चा की जा रही है। सर्वे के साथ-साथ शहर अध्यक्षों से भी चर्चा होनी चाहिए, क्योंकि सर्वे गलत भी हो सकता है। भूरिया ने आगे कहा कि बड़े नेताओं को चुनाव लड़ना चाहिए। जहां जरूरत है वहां पर और जिला अध्यक्षों से रिपोर्ट लेकर पता करना चाहिए कि कहां बड़े नेता को चुनाव लड़ाने से फायदा हो सकता है।
पीसीसी दफ्तर में हुई दो बैठक
पीसीसी दफ्तर में शनिवार को दो बैठक हुई। सुबह 11 बजे से कांग्रेस की प्रदेश स्तरीय चुनाव समिति की बैठक हुई। जिसमें चुनाव को लेकर तैयारी और रणनीति पर चर्चा की गई। दूसरी बैठक दोपहर 2 बजे से कांग्रेस के लोकसभा प्रभारियों के साथ हुई। बैठक में कांग्रेस कमेटी स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल, स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य कृष्णा अलवारू, परगट सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।