BHOPAL. उज्जैन में सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति हटाने को लेकर हुए बवाल और अब बीजेपी नेता की हत्या के मामले पर विपक्ष ने कानून व्यवस्था को लेकर मोहन सरकार पर निशाना साधा है। सीएम मोहन यादव के गृह जिले में हुई इन घटनाओं पर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सीएम मोहन यादव पर हमला बोला है। पीसीसी चीफ ने आरोप लगाया कि मोहन यादव ने अपराध के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
प्रदेश में अपराध का बोलबाला: पटवारी
सीएम मोहन पर निशाना साधते हुए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि एक दिन पहले उज्जैन के माकड़ोन में सरदार पटेल की मूर्ति पर हमला हुआ, उससे पहले उज्जैन में कई आपराधिक घटनाएं हुईं, प्रदेश में अपराध का बोलबाला है। शिवराज सिंह ने भी करप्शन का सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया, हमारे नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने करप्शन के साथ अपराधों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
'प्रदेश के हालात दयनीय'
जीतू पटवारी ने कहा कि मोहन यादव खुद मुख्यमंत्री भी हैं और गृहमंत्री भी हैं, वे धार्मिक बातें करते हैं, लेकिन सब धर्मों का मूल है सामाजिक भलाई और मानवता की रक्षा करना, मैं मानता हूं कि अपराध के मामले में मध्य प्रदेश के हालात दयनीय हैं। प्रदेश की जनता संकट में है, बलात्कार हो, हत्याएं हों, सामाजिक झड़प हों और महापुरुषों को मूर्तियों पर हमला, हर तरह का अपराध यहां है, इस दौरान जीतू पटवारी ने कहा कि सरकार अपराध को कंट्रोल करे।
इसके साथ ही जीतू पटवारी ने अधिकारियों को निलंबित किए जाने पर भी तंज कसा है। उन्होंने कहा कि एक के बाद एक अधिकारियों को सस्पेंड किया गया, लेकिन मुख्यमंत्री के किए गए एक्शन का रिएक्शन हुआ है, इसका मतलब है कि मुख्यमंत्री के किसी एक्शन से अफसरशाही डरती नहीं है। जीतू पटवारी ने कहा कि आप मुंह चलाते हो रोज, कलम कब चलाओगे।
जीतू पटवारी के तीन सवाल
1. उज्जैन में बीजेपी नेता और पूर्व सरपंच रामनिवास और उनकी पत्नी मुन्नीबाई की हत्या कर दी गई है। इसके पहले उज्जैन जिले में ही महापुरुषों की मूर्तियां लगाने का विवाद होता रहा, लेकिन सरकार का खुफिया तंत्र सोता रहा।
2. बदमाशों द्वारा प्रधान आरक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है। फिर कहीं थाने से जीप की चोरी हो जाती है। कहीं जीप चढ़ाकर पुलिस अधिकारी को मार दिया जाता है तो कहीं पर माफिया द्वारा बेकसूरों को प्रताड़ित करने की खबरें आ जाती है।
3. प्रशासनिक अधिकारी सरकारी आदेशों की खुलेआम अवहेलना कर रहे हैं। पुलिस का हाथ कानून-व्यवस्था की नब्ज से हट चुका है। बेलगाम अपराधों पर तत्काल अंकुश लगाया जाना चाहिए।