BHOPAL. अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले प्रसिद्ध भागवत कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर एक बार फिर चर्चाओं में हैं। कथा वाचक ठाकुर ने एक और विवादित बयान दे दिया है। देवकीनंदन ठाकुर का कहना है कि जो भी सनातनी हैं, उनको अजमेर शरीफ नहीं जाना चाहिए। अजमेर शरीफ पर चादर चढ़ाने वे ही लोग जाएं, जो उस धर्म के हैं लेकिन सनातनी लोगों को अजमेर शरीफ जाने से बचना चाहिए। इसके साथ ही उन्होने प्रदेश में मांस और शराब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
राम कृष्ण शिव की पूजा करने वाले चादर चढ़ाए ये ठीक नहीं
देवकी नंदन ठाकुर ने कहा कि हमें अजमेर शरीफ से कोई बुराई नहीं है, जिनको राम कृष्ण शिव की पूजा करने के लिए बनाया वह जाकर चादर चढ़ाएं ये ठीक नहीं है। प्रसिद्ध भागवत कथा वाचक ने आगे कहा कि प्रत्येक सनातनी को चाहिए वेद पुराण शास्त्र अपने बताए धर्म के मार्ग पर चलकर अपने जीवन का कल्याण करें, क्योंकि मनुष्य जीवन बड़ी मुश्किल से मिलता है भगवान ने 84 लाख योनियों में एक बार मनुष्य बनाकर भेजता और हमें अवसर मिलता है 84 लाख योनियों के बंधन मुक्त हो सकते हैं।
'जीवों को भी जीने का पूरा अधिकार'
इसके साथ ही देवकीनंदन ठाकुर ने शाकाहार और पशुप्रेम का संदेश देते शराब बंदी की मांग की है। उन्होने कहा कि जो लोग मांस खाते हैं तो मैं उनसे पूछता हूं तुम अपना मांस खा कर देखो, अपना मांस आप और हम नहीं खा सकते तो जीव का मांस क्यों खाते हैं, इसलिए खाते हैं क्योंकि वह बोल नहीं सकता, जीव तो है उसके अंदर वह बोल नहीं सकता, कोर्ट नहीं जा सकता। उसके घर वाले FIR नहीं कर सकते, उन जीवों को भी भगवान ने बनाया, उन जीवों को जीने का भी पूरा अधिकार है। शराब को लेकर उन्होने कहा कि कई प्रदेशों में लगा है, मैंने उनको साधुवाद कहा है, प्रदेश में मदिरा पर बैन लगना चाहिए।
बता दे कि अपने बयान के चलते देवकीनंदन ठाकुर लगातार चर्चा में रहे हैं। इससे पहले उन्होने कथा के दौरान श्रद्धालुओं को विवादित सीख भी दे डाली थी, उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा था कि हिन्दू चार-पांच बच्चे पैदा करें, मेरी खुद की भी चार संतानें हैं, इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से स्कूलों-कॉलेजों में फिल्मी गानों पर नाचने-गाने पर पाबंदी लगाए जाने की अपील की थी।