Shahdol. देश और प्रदेश में इन दिनों धर्मांतरण बेहद संवेदनशील मुद्दा बनता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से दमोह में हिंदू बच्चे-बच्चियों को धर्मांतरित करने के प्रयास के आरोप में एक स्कूल पर कार्रवाई जारी है, वहीं अब शहडोल में बड़ी तादाद में लोगों का सामूहिक धर्मांतरण करने का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने बुढ़ार के हड़ही टोला गांव से 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं अब राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने इस मामले में मिशनरीज की जांच के लिए एसपी को खत लिखा है।
हाल ही में दूसरा मामला सामने आया
बता दें कि इससे पहले शहडोल के जैतपुर थाना इलाके के डोंगरी टोला में भी सामूहिक धर्मांतरण के मामले में 10 लोगों पर केस दर्ज किया गया था। लगातार धर्मांतरण के मामले सामने आने के बाद एनसीएससी ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए जांच करने चिट्ठी भेजी है।
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यह है मामला
अनूपपुर जिले के निवासी अजय बैगा ने पुलिस को शिकायत दी थी कि हड़ही टोला गांव में आदिवासियों का सामूहिक धर्मांतरण किया जा रहा है। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और शहडोल से गांव पहुंचे राजा मुगेरिया, स्थानीय लालचंद बैगा, धर्मेंद्र बैगा के खिलाफ मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया। हाल ही में शहडोल में धर्मांतरण के 50 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। जिसको देखते हुए एनसीएससी भी चिंतित है।
मिशनरीज की संदिग्ध भूमिका
शिकायतकर्ता अजय बैगा ने बताया कि क्षेत्र में मिशनरीज भोले-भाले आदिवासियों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर धर्मांतरण के काम में लगी हुई हैं। जिन पर सख्त कार्रवाई किया जाना आवश्यक है। मिशनरी से जुड़े लोग आदिवासियों को नौकरी, पैसा और अन्य प्रलोभन देते हैं, यहां तक गंभीर रूप से बीमार लोगों को अच्छा इलाज दिलाने के नाम पर भी बरगलाया जाता है।