Sikar. सीएम अशोक गहलोत और राजस्थान सरकार पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने करारा तंज कसा है। जोशी ने कहा है कि गहलोत और उनकी सरकार दोनों ही मुगलिया प्रेमी हैं। जब सिलेबस से मुगल आक्रांताओं के पाठ हटा दिए जाते हैं तो मुख्यमंत्री को तकलीफ होती है। इसके साथ ही जोशी ने कहा है कि इस बार कांग्रेस की सरकार रिपीट नहीं बल्कि डिलीट होने वाली है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार में प्रदेश में मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, भगवा पताका पर बैन लगा दिया जाता है, लेकिन पीएफआई जैसे आंतकवादी संगठनों को परमिशन दे दी जाती है।
तो डेढ़ करोड़ किताबें कमरों में बंद कर दीं
जोशी ने आगे कहा कि हिंदू नववर्ष, रामनवमी, रामदेव यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। यह मुगलिया प्रेमी सरकार है। जब एनसीईआरटी ने सिलेबस से मुगल आक्रांताओं का पाठ हटा दिया और हमारे गौरवशाली योद्धाओं के पाठ को जोड़ दिया तो इसी सरकार ने डेढ़ करोड़ किताबों को कमरों में बंद कर दिया। महाराणा प्रताप का बोर्ड बना दिया लेकिन महाराणा प्रताप का पाठ आया तो किताबों को कमरों में बंद कर दिया क्योंकि यह सीएम मुगलिया प्रेमी है। मुगलों के पाठ हटाने पर CM को तकलीफ होती है।
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सीएम चेहरे को लेकर यह दिया जवाब
जोशी ने कहा कि चुनाव के बाद पता चल जाएगा कि बीजेपी में मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन है। बीजेपी में आधा दर्जन से ज्यादा मुख्यमंत्री पद के चेहरों की बात पर सीएम ने कहा कि यहां इतने लोकप्रिय नेता और कार्यकर्ता हैं। पूर्व राज्यपाल के बेटे और राष्ट्रपति के भांजे सहित कई अधिकारी भी पार्टी को जॉइन कर रहे हैं क्योंकि उन्हें बीजेपी में भविष्य दिखता है। जबकि कांग्रेस एक डूबता जहाज है जिसमें ना कोई नेता है और ना ही कोई नीति। कांग्रेस में दिल्ली में एक परिवार है और राजस्थान में एक आदमी, बाकी सब को वह निकम्मा और नाकारा समझते हैं। जबकि बीजेपी एक परिवार की तरह रहती है।
'कांग्रेस के विधायक खुद बता रहे कितनी भ्रष्ट सरकार है'
सरकार ने चुनाव के पहले 2018 में मेनिफेस्टो में राहत देने की बात की थी, लेकिन अब राहत दी जा रही है जब सरकार की कुछ दिन की सांसें बची हुई हैं। इन राहत कैंपों में जो पंखे और कूलर लगाए जा रहे हैं उनके किराए में भी कितना भ्रष्टाचार होगा। इस सरकार में कितना भ्रष्टाचार है यह बात हम नहीं उनके खुद के विधायक ही लेटर पैड लिखकर कह रहे हैं, इससे महाभ्रष्ट सरकार कहीं नहीं है। सीपी जोशी ने कहा कि सचिवालय में करोड़ों रुपए कैश और सोना मिलता है। उस विभाग में 90 लोगों का बेड़ा है। विभाग का मुखिया कौन है। विभाग के किस अधिकारी को रिश्वत में सोना लेना पसंद है। रातों रात प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाती है। कितना सोना और कैश मिला और कितना गायब किया गया। वह घोटाला 5 हजार करोड़ रुपए का है। क्यों उस विभाग में एक अधिकारी एक जगह पर ही जमा हुआ है। यह सभी प्रश्न है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने 600 केस बनाए कितने में अभियोजन स्वीकृति दी गई। जब एसीबी ने भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी पर केस बना लिया तो उसे हटाकर दोबारा उसी कुर्सी पर बैठा दिया गया।