AMBIKAPUR. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई। अलग- अलग पार्टियों से बड़ी संख्या में दावेदार टिकट के लिए दावा कर रहे हैं। इसी बीच अंबिकापुर की सीतापुर विधानसभा सीट पर सियासी घमासान दिलचस्प हो गया है। इस सीट से राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित CRPF जवान राजकुमार टोप्पो भी चुनाव में किस्मत आजमाने जा रहे हैं। इस विधानसभा के हजारों यूथ वोटर्स ने खून से चिट्ठी लिखकर बार्डर पर नौकरी कर रहे जवान को चुनाव लड़ने के लिए सीतापुर बुला लिया हैं। अपने क्षेत्र के युवाओं का संदेश आने के बाद CRPF जवान राजकुमार ने भी सेना की नौकरी छोड़ दी हैं।
जवान राजकुमार टोप्पो के समर्थन में निकाली विशाल रैली
सेना की नौकरी छोड़कर सीतापुर पहुंचने पर हजारों लोगों ने राजकुमार टोप्पो का स्वागत किया और विशाल रैली निकाल कर अपनी ताकत दिखाई। फिलहाल जवान राजकुमार ने यह स्पष्ट नहीं किया है वे किस पार्टी से चुनाव लड़ना चाहता है। सीतापुर विधानसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है यहां से प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत विधायक हैं। बता दे छत्तीसगढ़ की सीतापुर विधानसभा सीट कांग्रेस का अभेद्य किला मानी जाती है।
क्षेत्र के लोग बोले- रामकुमार टोप्पो को विधायक बनाना है
अपने क्षेत्र लोगों की अपील को स्वीकार करते हुए राजकुमार ने सेना की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और सीतापुर पहुंचे। यहां विशान जनसमूह ने उनका जोरदार स्वागत किया और एक बड़ी रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया। इस यात्रा को युवाओं ने तिरंगा यात्रा का नाम दिया। ग्रामीणों का कहना है कि रामकुमार टोप्पो की रैली में सीतापुर आए हैं। रामकुमार को नया विधायक बनाना है। अबकी बार इन्हीं को विधायक बनाना है। वर्तमान विधायक अमरजीत भगत का जनता से कोई सरोकार नहीं है, वे जनता को नहीं पूछ रहे हैं। दो-तीन सरपंच हैं, उन्ही को पूछते हैं, कुछ काम नहीं करते हैं, रामकुमार को नया विधायक बनाएंगे, वही काम करेंगे।
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अमरजीत भगत को विधायक बने 20 साल हो गए, लेकिन कोई काम नहीं हुए
तिरंगा यात्रा में शामिल हुई गेरसा गांव की सिखा सिदार ने कहा कि रामकुमार टोप्पो की तिरंगा यात्रा में आए हैं, हमारी मांग है कि वो विधायक का चुनाव लड़ें, सिखा सिदार ने कहा कि हमने जो प्रस्ताव दिया था उसे स्वीकार कर वो अपनी नौकरी छोड़कर यहां आए हैं, तो हमारा फर्ज है कि हम उनके साथ आएं। उन्होने आगे कहा कि अमरजीत भगत को विधायक बने 20 साल हो गए, आज तक उन्होंने हमारे लिए कोई काम नहीं किया है, रामकुमार टोप्पो जो देश के लिए कर सकते हैं, वो अपने क्षेत्र के लिए भी काम करेंगे, इसलिए हमने उनको चुना है।
चुनाव लड़ेने को लेकर क्या बोले रामकुमार टोप्पो
रामकुमार टोप्पो ने कहा कि लगभग 20 दिन पहले हजारों की संख्या में लेटर मिले थे, यहां के भाइयों, बहनों ने सीतापुर विधानसभा में आने के लिए निमंत्रण दिया था, इसलिए खुला मंच में बात करने आए हैं, आगे क्या करना है, उन्होनें कहा कि आज युवाओं की ताकत सबके सामने है, मैं अपने जॉब से रिजाइन करके आया हूं और चुनाव लडूंगा या नहीं ये युवा डिसाइड करेंगे, अगर मुझे लाने का फैसला युवा कर सकते हैं तो पार्टी का फैसला भी वही करेंगे, हजारों पत्र के बीच एक बहन का खून से लिखा एक पत्र आया था, उसमें हर एक शब्द दिल को छूने वाले थे, और आज ये भाई पीछे हटता तो देश का सैनिक कहलाने के लायक नहीं रहता, इसलिए मैं आया हूं, वर्दी पहनकर देश सेवा करना और जनकल्याण के लिए देश सेवा करना दोनों एक जैसा है।
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जानें CRPF जवान राजकुमार टोप्पो की उपलब्धि
बता दे कि सरगुजा के सीतापुर थाना क्षेत्र के कोटझाल निवासी राजकुमार टोप्पो जम्मू कश्मीर की सरहद पर पैरामिलिट्री के सेंट्रल आर्म पुलिस फोर्स के जवान हैं। जो जम्मू कश्मीर समेत कई राज्यों में सेना में अपनी सेवा दे चुके हैं। वर्तमान में राजकुमार जम्मू कश्मीर में CRPF में नौकरी कर रहे थे। वे कई आतंकवाद विरोधी अभियान में भी शामिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ की माटी के जवान रामकुमार टोप्पो को राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया जा चुका हैं। सेना में रहते हुए इन्हें कई उपलब्धि मिली है. इनमें 2012 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पुलिस मेडल फॉर गेलेंट्री अवार्ड के अलावा कई ट्रेनिंग में गोल्ड मेडल मिले हैं। इनमे बेसिक ट्रेनर, फिजिकल ट्रेनर, ट्रेनर कोर्स और हैवी वेपन ट्रेनिंग में गोल्ड मेडल शामिल है। साथ ही राजकुमार टोप्पो ने कई एंटी टेरिरिस्ट आपरेशन में भी अपनी अहम भूमिका निभाई है। चुनावी साल 2023 में देश की सेवा कर रहे इस जवान के पास सीतापुर से हजारों की संख्या में पोस्टकार्ड पहुंचे थे। ये पत्र पिछले एक महीने में उनके क्षेत्र के युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों समेत आम लोगों ने लिखे थे और जवान राजकुमार से सीतापुर से चुनाव लड़ने की अपील की थी।