BHOPAL. क्या आप भोपाल के निधि सक्सेना के बारे में याद है? ये भोपाल के अरेरा कॉलोनी की वही महिला है, जिस पर अपने रिटायर्ड बैंक मैनेजर पिता और मां को 4 महीने तक कैद में रखकर एक करोड़ रुपए वसूलने के आरोप हैं। बता दें कि 7 महीने से फरार निधि सक्सेना को अब भोपाल पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक इस महिला ने पुलिस को गिरफ्तार करने के लिए 10 मोबाइल नंबर बदले थे। पुलिस का कहना है कि ये मोबाइल का इस्तेमाल तभी करती थी, जब उसे कहीं बात करनी होती थी। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए एक रणनीति बनाई, जिसमें वो फंस गई। हालांकि, निधि का दोस्त अल्ताफ अहमद और उसका बेटा मिथिल सक्सेना अभी भी फरार है।
पैसों के लिए मां-बाप को करती थी टॉर्चर
बता दें कि निधि को गिरफ्तार कर पुलिस भोपाल लाई और पिता सीएस सक्सेना से उसका सामना करवाया तो उसने पिता पर प्रॉपर्टी हड़पने के आरोप लगाए। वहीं, पिता का कहना है कि जब तक अल्ताफ पकड़ा नहीं जाता तब तक वे सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे। भोपाल के हबीबगंज थाने में 21 जून को एक FIR रजिस्टर की गई थी। इस FIR में निधि सक्सेना नाम की एक महिला को आरोपी बताया गया। रिपोर्ट के मुताबिक इस महिला ने अपने पिता सीएस सक्सेना, मां कनक सक्सेना और मानसिक रूप से कमजोर भाई विक्की को पैसों के लिए शारीरिक रूप से टॉर्चर किया था।
पिता की गाड़ी लेकर घर से हुई थी फरार
जब पुलिस रेस्क्यू के लिए सीएस सक्सेना के यहां पहुंची तब वो, उनकी पत्नी और बेटा कमरे में बंद थे। कनक और विक्की के शरीर पर चोट के निशान थे। पुलिस ने बुजुर्ग दंपती को जब तक अस्पताल पहुंचाया, निधि अपने दोनों बेटों के साथ पिता की गाड़ी लेकर फरार हो चुकी थी। पुलिस का कहना है कि भोपाल से फरार होने के बाद निधि सीधे लखनऊ पहुंची थी। पुलिस के मुताबिक उसने रानी कमलापति स्टेशन पर अपने पिता की कार पार्क की। रातभर वह स्टेशन पर रुकी। अगली सुबह ट्रेन पकड़कर लखनऊ पहुंची थी। यहां उसके दोस्त अल्ताफ ने उसे एक किराए का घर दिलाया था।
पुलिस ने ऐसे बनाया रणनीति
हबीबगंज टीआई मनीष राज सिंह ने बताया - निधि जानती थी कि पुलिस उसके पीछे लखनऊ जरूर आएगी। लखनऊ पहुंचते ही उसने अपना नंबर बंद कर दिया। कुछ दिन बाद जब उसका नंबर ऑन हुआ तो लोकेशन चेन्नई की मिल रही थी। पुलिस की एक टीम टावर लोकेशन को फॉलो कर चेन्नई पहुंची। टीआई मनीष राज सिंह का कहना है कि निधि ने दो बार अपनी लोकेशन जानबूझकर पुलिस तक पहुंचाई थी। वो चाहती थी कि पुलिस परेशान हो जाए और उसकी तलाश बंद कर दे। हमने भी तय किया कि अब जल्दबाजी नहीं करेंगे, इसलिए हमने एक रणनीति बनाई और उसके बाद हमने उसे ऐसा जताया कि अब पुलिस को निधि से कोई मतलब नहीं है। ऐसे में लंबे समय तक पुलिस की कोई हरकत न देख वो बेफिक्र हो गई। उसने लोगों से बात करना शुरू कर दी। इस दौरान उसने भोपाल में अपने माता-पिता को भी कॉल किया। हमें इसकी जानकारी थी, लेकिन हमने रिएक्ट नहीं किया। हमने निधि को ये भरोसा दिलाया कि पुलिस ने उसे फॉलो करना बंद कर दिया है।
पुलिस ने फोन ट्रेस कर पकड़ा निधि को
वहीं मनीष राज सिंह का कहना है कि निधि जिन नंबरों का इस्तेमाल करती थी उन सभी को ट्रेस करना शुरू किया। इस दौरान उसने 10 बार नंबर बदले थे। हमने सभी नंबरों का लोकेशन फॉलो करना शुरू कर दिया। इनमें से एक नंबर सबसे ज्यादा एक्टिव था। उसी पर सबसे ज्यादा फोकस किया। कुछ दिनों बाद ये नंबर रेगुलर तौर पर ऑन रहने लगा। साथ ही मनीष ने ये भी बताया कि इस नंबर की लोकेशन लखनऊ की थी। इसके बाद चार लोगों की टीम लखनऊ पहुंची। यहां पहुंचकर टीम ने इस नंबर को ट्रेस करना शुरू किया। जब नंबर ऑन होता तो हम उसकी लोकेशन मार्क करते थे। इसके हिसाब से एक मैप तैयार किया। यहां पुलिस की टीम तैनात हो गई। पुलिस ने निधि से पूछताछ की तो उसने बताया कि वो और अल्ताफ पिछले 10 साल से साथ हैं। निधि के पिता ने FIR में 1 करोड़ रुपए वसूल करने की बात कही थी। हमें 80 लाख रुपए का रिकॉर्ड मिला है। पुलिस के मुताबिक निधि ने ज्यादातर पैसे लग्जरी लाइफ जीने में खर्च किए हैं। चेन्नई में एक फ्लैट भी किराए से लिया हुआ है, जिसका किराया 40 हजार रुपए महीना है।
निधि ने अपने पिता पर लगाए ये आरोप
पुलिस के मुताबिक निधि ने अपने दोस्त अल्ताफ के अकाउंट में करीब 40 लाख रुपए ट्रांसफर किए हैं। हालांकि, ये पैसे उसने अल्ताफ को क्यों दिए, इसे लेकर उसने पुलिस को कुछ नहीं बताया। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच लव एंगल भी सामने आ रहा है। निधि ने पुलिस को बताया कि उसकी नानी ने उसके नाम करोड़ों की एफडी की है। ये पैसा उसके पिता ने हड़प लिया। ये बात उसे पता चल गई थी, इसलिए पिता उसे पैसे दिया करते थे। जब उसने पूरा पैसा मांगा तो उस पर केस दर्ज करवा दिया। हबीबगंज थाने में सात महीने बाद 30 जनवरी को निधि का अपने पिता सीएस सक्सेना से आमना-सामना कराया गया। पिता को देखकर निधि भड़क गई। इतना ही नहीं उसने पिता पर औरतों के शौकीन होने के भी आरोप मढ़े। दोनों के बीच एक घंटे तक बहस हुई।
दोस्त करता था निधि का ब्रेनवॉश
निधि के पिता ने बताया कि निधि की डिमांड आय दिन बढ़ती ही जा रही थी, उसके बाद जब हमने दामाद को फोन लगया तो पता चला कि निधि अपने पति से अलग हो चुकी है। बता दें कि निधि ने तलाक के एवज में अपने पति से तीन करोड़ रुपए की मांग की थी। इसके बाद जब हमने निधि से तलाक का कारण पूछा, तो उसने बताया कि पति ड्यूटि के कारण घर से बाहर रहते हैं और ससुर उसके सामने अश्लील हरकतें करते थे। सक्सेना ने बताया कि कुछ दिन बाद निधि ने अपने एक दोस्त को घर बुलाया। इस दोस्त का नाम अल्ताफ अहमद था। अल्ताफ ने हमें बताया था कि वो निधि और उसके पति के रिश्तों को सुधारने की कोशिश कर रहा है। हमें बाद में समझ आया कि अल्ताफ हमारी बेटी निधि का ब्रेनवॉश कर रहा है। उसी के कहने पर वो हमसे पैसा मांगती थी। उसकी नजर हमारे घर पर थी। दोनों मिलकर हमारा घर बेचना चाहते थे।
लिखित में मांगे माफी
निधि की मां कनक सक्सेना ने बताया, पति को 2 फरवरी 2023 में प्रोस्टेट की बीमारी हो गई थी। इसी के बाद से निधि का असली आतंक शुरू हुआ। उसने सबसे पहले हम सभी को कमरे में बंद कर दिया था। खाने के लिए सिर्फ एक रोटी देती थी। बैंक से पैसा निकालने के लिए जबरदस्ती पति से साइन कराती थी। मुझे ठीक से याद नहीं, लेकिन फरवरी और जून के बीच में उसने करीब 40 लाख रुपए कैश निकाले हैं। ये रकम उसने अल्ताफ को दी है। कनक सक्सेना से पूछा कि क्या वो निधि को माफ करेंगी तो उन्होंने कहा कि वो तो मेरी बेटी है, लिखित में माफी मांगे तो माफ कर देंगे, लेकिन वो क्यों अल्ताफ अहमद के कहने पर ऐसा बर्ताव कर रही है। निधि के पति भी दोनों बच्चों को ले जाने के लिए तैयार हैं, लेकिन उसे सब कुछ सच बता देना चाहिए। उसने पिता से इतनी गंदी बातें की है कि मैं बता नहीं सकती।
पुलिस हमें फंसाना चाहती है - अल्ताफ की पत्नी
पुलिस ने बताया कि अल्ताफ इस मामले में अभी भी फरार है, अल्ताफ की पत्नी शबीना सिद्दकी का कहना है कि सीएस सक्सेना खुद अपनी बेटी के अकाउंट में पैसे डालते थे। वे चाहते थे हम निधि और उसके पति के बीच समझौता करवा दें। हम मदद ही कर रहे थे। सीएस सक्सेना के साथ कोई जबरदस्ती नहीं की गई है। अपने पति से अलग होने के बाद निधि ने मेरे पति से पैसा उधार लिया था। उसने वो पैसा लौटाया है। मेरे पति बेकसूर हैं, उन्हें जबरन फंसाया जा रहा है। निधि की भी गलती नहीं है, पुलिस हमें फंसाना चाहती है।