KANKER. नक्सल प्रभावित क्षेत्र कांकेर में शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आम सभा को संबोधित किया। राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नक्सलवाद ख़त्म करने के अभियान में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने कोई सहयोग नहीं किया। कांग्रेस को हार का पता चल गया है इसलिए उपमुख्यमंत्री पद देकर लीपापोती कर रही है। प्रदेश सरकार को छत्तीसगढ़ में हो रहे अवैध धर्मान्तरण पर रोक लगानी चाहिए।अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस ने कालादस्तावेज पेश किया जिसे घोषणा पत्र का नाम दिया। अब प्रदेश का बंटाधार कर रही है। डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि कांग्रेस कितना भी जतन करले हार तय है।
क्या कहा रक्षा मंत्री ने
कांकेर में देश के रक्षा मंत्री और बीजेपी नेता राजनाथ सिंह महाजनसंपर्क अभियान के तहत एक दिवसीय दौरे पर रहे। उन्होंने मोदी सरकार के शासन में देश में हो रहे विकास कार्यों को जनता के बीच रखा। इस साल के आखिरी में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में वोट करने की अपील की है। उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस की सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया। यह पहली बार हुआ कि आदिवासियों के कल्याण की चिंता करके अलग राज्य बनाया गया।जबकि लंबे समय तक हुकूमत में रही कांग्रेस ने आदिवासियों की कोई फिक्र नहीं की। आदिवासियों के कल्याण के लिए पीएम मोदी ने 90 हजार करोड़ का अलग से बजट प्रावधान तक किया है। देश के स्वाधीनता समर से लेकर कला-संस्कृति व समाजजीवन में उल्लेखनीय योगदान के लिए आदिवासी समाज की प्रतिभाओं का सम्मान किया गया है और आदिवासी समाज की गौरव-गाथा सारी दुनिया को बताई जा रही है। इससे पहले यह काम नहीं हुआ क्योंकि कांग्रेस के सत्ताधीश आत्मकेंद्रित राजनीति में ध्यान रखे हुए थे।
नक्सलवाद और धर्मांतरण पर कांग्रेस को घेरा
रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने देशभर में वामपंथी उग्रवाद (नक्सलवाद) पर सख्ती से काबू पाया है और अब कुछेक जिलों में ही नक्सली वारदातें जारी हैं। यदि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अपेक्षित सहयोग किया होता तो यहां भी नक्सलवाद का सफाया हो जाता। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को अवैध बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार इस पर रोक लगाए और इस काम में जिस सहयोग की आवश्यकता होगी, केंद्र सरकार वह सहयोग करेगी। आज छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार जिन वादों के साथ सत्ता में आई, उससे मुकरकर प्रदेश को उल्टी दिशा में ले जा रही है, जबकि केन्द्र की सरकार ने राजनीतिक आधार पर प्रदेश सरकार के साथ कोई सौतेला बर्ताव नहीं किया, केंद्र की सरकार ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की दिल खोलकर मदद की।
उपमुख्यमंत्री पद देकर की लीपापोती
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश के कांग्रेस शासनकाल में केवल घोटाले-भ्रष्टाचार ही हुए हैं। राशन, शराब, चावल, गौठान, जमीन, कोयला आदि घोटालों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता अब कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है। कांग्रेस यह जान चुकी है। अब उपमुख्यमंत्री पद का लालीपाप थमाकर वह प्रदेश को भ्रमित नहीं कर पाएगी।कांग्रेसनीत संप्रग की पूर्ववर्ती केंद्र सरकार ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे लेकिन आज केन्द्र सरकार पर कोई एक रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप तक नहीं लगा पाया है।
साव बोले छत्तीसगढ़ की जनता को ठगा गया
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि राजनाथ सिंह का छत्तीसगढ़ से संबंध काफ़ी पुराना है। उन्होंने प्रदेश प्रभारी के रूप में 2003 में कांग्रेस को ऐसा परास्त किया था कि फिर पंद्रह वर्ष तक फिर कांग्रेस की हिम्मत नहीं हुई थी प्रदेश की तरफ आँख उठा कर देखने की भी। राजनाथ सिंह के नेतृत्व में ही 2014 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को पस्त किया था। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने तानाशाही और छत्तीसगढ़ विरोधी रवैये से प्रदेश का बंटाधार कर दिया है। कांग्रेस ने सबसे काला दस्तावेज़ वह जारी किया था जिसे उसने 'जन घोषणा पत्र का नाम दिया था। स्वतंत्र भारत के राजनीतिक इतिहास में इस तरह के ठगी का दस्तावेज दूसरा कोई नहीं है। पीएम आवास में पीएम का नाम है इसलिए
कांग्रेस डर गई है इसलिए सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने कि बात कह रही
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में कांग्रेस शासनकाल में घोटालों-भ्रष्टाचार का सिलसिला चला हुआ है, अपराध बढ़ रहे हैं। टीएस सिंहदेव की उपमुख्यमंत्री पद पर नियुक्ति पर कटाक्ष किया कि कांग्रेस अब चाहे जितना जतन करे, प्रदेश की जनता ने परिवर्तन का संकल्प लेकर कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने का निश्चय कर लिया है। इसीलिए कांग्रेस अब सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कर रही है।