JAIPUR. राजस्थान में एक सप्ताह बाद भी मंत्रियों को विभाग नहीं बांटे जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधा है और कहां है कि इसे लेकर मजाक की स्थिति बन गई है। उन्होंने इसके लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृहमंत्री में चाकू भी दोषी ठहराया है और कहा है कि उनकी इच्छा के बिना पत्ता भी नहीं हिल रहा है यह अजीब स्थिति है, हालांकि इसी बीच यह सूचना भी आ रही है कि राज्यपाल कलराज मिश्र ने मंत्रियों के विभागों की फाइल को मंजूरी दे दी है और आज शाम तक मंत्रियों की विभागों का बंटवारा हो सकता है।
राजस्थान में पिछले शनिवार यानी 30 दिसंबर को मंत्रियों ने शपथ ली थी और भजनलाल सरकार में 12 कैबिनेट मंत्री पांच राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार तथा पांच राज्य मंत्री बनाए गए थे। इसके बाद अब पूरा सप्ताह भर हो गया है लेकिन मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया है। इस देरी के पीछे एक बड़ा कारण करणपुर विधानसभा सीट का चुनाव माना जा रहा था क्योंकि इस सीट से प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को पार्टी ने मंत्री बना दिया था।
मंत्रियों को विभाग नहीं बांटे जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज दिल्ली से लौट के बाद एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में कहा कि यह मजाक की स्थिति बन गई है। पहले मंत्रिमंडल घोषित करने में इतना समय लगा दिया गया और अब मंत्रियों को विभाग भी नहीं बांटे जा रहे हैं। विभाग नहीं बांटे जाने के कारण मंत्री पदभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार विधायक चुने के बाद सीधे मुख्यमंत्री बनना भजन लाल शर्मा के लिए एक बहुत बड़ी बात है। उन्हें एक बहुत बड़ा अवसर मिला है लेकिन ऐसा लग रहा है कि वह दिल्ली की इच्छा के बिना कुछ नहीं कर पा रहे हैं। इसके लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ही अकेली दोषी नहीं है बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी दोषी है जिनकी इच्छा के बिना पत्ता भी नहीं हिल रहा है। उन्होंने कहा कि यह राजस्थान की दुर्गति है और इसके लिए भाजपा का आलाकमान दोषी है।
आज हो सकती है घोषणा
इस बीच यह जानकारी सामने आई है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्यपाल कलराज मिश्र को विभागों के बंटवारी की फाइल भेज दी है और राज्यपाल ने भी इस फाइल को क्लियर कर दिया है। आज शाम तक इसकी अधिकृत घोषणा की जा सकती है।
यह है संभावित पोटफोलियो
- सीएम भजनलाल शर्मा गृह, कार्मिक,
- डिप्टी सीएम दिया कुमारी सार्वजनिक निर्माण विभाग पर्यटन और महिला व बाल विकास
- डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा
- किरोड़ीलाल मीणा पंचायत राज ग्रामीण विकास
- राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को उद्योग विभाग
- जोगरामा पटेल कानून मंत्री परिवहन विभाग
- संजय शर्मा वन विभाग
- कन्हैया लाल चौधरी जलदाय विभाग
- गजेंद्र सिंह खींवसर को चिकित्सा विभाग