सूर्यप्रताप सिंह, BHOPAL. मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बुधवार को भोपाल के डॉ. कैलाशनाथ काटजू अस्पताल का निरीक्षण किया। व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही अस्पताल प्रबंधन से चर्चा कर जरूरी दिशा निर्देश जारी किए। साथ ही डिप्टी सीएम ने अस्पताल में भर्ती मरीजों व उनके परिजनों से स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर चर्चा की। इस दौरान विधायक भगवान दास सबनानी और हेल्थ कमिश्नर मौजूद रहें।
बदला काटजू अस्पताल का नाम
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. कैलाशनाथ काटजू के नाम पर बने काटजू शासकीय अस्पताल को अब शासकीय महिला अस्पताल के नाम से जाना जाएगा। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने डॉ. कैलाशनाथ काटजू शासकीय चिकित्सालय की सुविधाओं के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से निर्देश दिए है कि इसका नाम बदल दिया जाए। जिससे आमजन प्रदत्त सेवाओं के प्रति जागरूक होकर सेवाएँ प्राप्त कर सकें।
आधुनिक सुविधाओं से लैस है अस्पताल
डिप्टी सीएम ने कहा कि ये अस्पताल आधुनिक तरीके से बनकर तैयार हुए है, महिलाओं चिकित्सा से संबंधित जितनी आधुनिक से आधुनिक सुविधाएं हो सकती है, मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता के साथ लगभग 300 बेड की क्षमता वाला यह शासकीय चिकित्सालय प्रसूति एवं नवजात शिशु के लिए उत्कृष्ट चिकित्सकीय सेवाओं के प्रदाय के लिए पूर्णतया तैयार है।
अन्य अस्पतालों से बेहतर मिलेगी सुविधाएं
इस अस्पताल के बनने से शहर के जर्नल अस्पतालों में मैटरनिटी से संबंधित जो भीड़ होती है, इस अस्पताल के बन जाने से उन अस्पतालों में भीड़ भी काम होगी और उससे बेहतर चिकित्सा सुविधाएं हमारी माताओं बहनों को और नव जात शिशुओं को मिल सकेगी।
लोगों के बीच प्रचार की है जरूरत
राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि लोगों के बीच इसके प्रचार की आवश्यकता है क्योंकि जिस तरह से ये हॉस्पिटल बनकर तैयार हुआ है। देखने में ये प्राइवेट हॉस्पिटल लगता है, लेकिन ये पूर्ण रूप से शासकीय अस्पताल है, जहां निशुल्क इलाज की व्यवस्था है, इसलिए निश्चित होकर यहां आए और निशुल्क चिकित्सा का लाभ ले।