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Bhopal. मध्यप्रदेश शासन के डिप्टी कलेक्टर की पोस्ट से इस्तीफा देने वाली निशा बांगरे अपना राजनैतिक मनोरथ साधने सक्रिय हो चुकी हैं। उन्होंने भोपाल में पीसीसी चीफ कमलनाथ से उनके निवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि निशा बैतूल के आमला से कांग्रेस की ओर से चुनावी ताल ठोंक सकती हैं। इससे पहले वे आमला में सर्वधर्म सम्मेलन कर अपनी राजनैतिक जमीन बना चुकी हैं।
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छुट्टी न मिलने पर दिया था इस्तीफा
दरअसल छतरपुर के लवकुश नगर की एसडीएम निशा बांगरे ने 22 जून को पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इसके पीछे अपने गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने छुट्टी न मिलने की वजह बताई थी। पर इस्तीफे के पीछे आमला में होने जा रहे सर्वधर्म सम्मेलन माना जा रहा था। निशा ने यह बयान भी दिया था कि पहले दलितों को मंदिर नहीं जाने दिया जाता था, अब घर भी नहीं जाने दिया जा रहा है। हालांकि अभी तक सरकार ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।
सरकारी आवास छीनने पर मुखर हुए थे कमलनाथ
निशा बांगरे द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने निशा बांगरे को भोपाल के सरकारी आवास पर अवैध कब्जा रखने पर नोटिस जारी किया था। जिसको लेकर कांग्रेस पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि दुख की बात है कि एससी वर्ग की डिप्टी कलेक्टर महिला के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। कमलनाथ ने कहा था कि इस कार्रवाई से संदेश जाता है कि एससी वर्ग क्या प्रदेश का कोई भी व्यक्ति सरकार की लाइन पर नहीं चलेगा उस पर कार्रवाई हो सकती है।
इससे पहले निशा बांगरे ने कहा था कि वे राजनीति में नहीं जाएंगी बल्कि दलित समाज के घर-घर में अफसर का अभियान छेड़ेंगी। ताकि समाज के बच्चे पढ़लिखकर बड़े अधिकारी बन सकें, उन्होंने कहा था कि इसी से दलित समाज का कल्याण होगा।