CHATARPUR. बागेश्वरधाम प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री एकांतवास में चले गए हैं। जानकारी के अनुसार वे 5 दिन तक एकांतवास में रहेंगे। इस दौरान वे किताब लिखेंगे। उनका कहना है कि इस समय का उपयोग किताब लिखने के लिए करेंगे। धीरेंद्र शास्त्री चाहते हैं कि उनकी आने वाली किताब देश के सभी स्कूलों में पढ़ाई जाए जिससे बच्चों को सनातन धर्म के बारे में जानकारी मिल सके। गौरतलब है कि धीरेंद्र शास्त्री ने मंदसौर में कहा था कि वे कुछ दिनों के लिए एकांतवास पर जाएंगे और सनातन धर्म पर किताब लिखेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि यह किताब स्कूल और कॉलेज में मुफ्त बांटी जाएगी।
केरल स्टोरी से उठा था सवाल
कुछ समय पहले आई फिल्म द केरल स्टोरी में एक सवाल पूछा गया था कि सनातन धर्म क्या है। धीरेंद्र शास्त्री का भी कहना है कि लोग अक्सर पूछते हैं कि हिंदू धर्म क्या है। उन्होंने कहा कि अब इसका जवाब देने के लिए एक पुस्तक लिख रहे हैं।
बालाजी सरकार पर पूरा भरोसा
इधर बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के एकांतवास पर जाने को लेकर गंगोत्री से छतरपुर पहुंची शिवरंजनी तिवारी ने कहा कि उन्हें बालाजी सरकार पर पूरा भरोसा है। उनके (धीरेंद्र शास्त्री) के दर्शन तो होकर रहेंगे। शिवरंजनी तिवारी ने कहा कि वे चाहे एकांतवास में जाएं, चाहे अज्ञातवास में, मुझे बालाजी सरकार में विश्वास है, उनके दर्शन तो होकर रहेंगे।
गंगोत्री से कलश लेकर पहुंची हैं शिवरंजनी
शिवरंजनी तिवारी एमबीबीएस डॉक्टर हैं और धीरेंद्र शास्त्री से मिलने के लिए गंगोत्री से कलश यात्रा लेकर निकली हैं। शिवरंजनी बुधवार को उत्तर प्रदेश से होते हुए छतरपुर पहुंची हैं। यहां पहुंचकर वे शाम को बागेश्वर धाम के लिए आगे चलीं, लेकिन उनकी तबीयत खराब हो गई। उन्हें छतरपुर जिला अस्पताल इलाज के लिए लाया गया था। यहां शिवरंजनी के साथ उत्तराखंड से आए आचार्य कमलदास ने बताया कि हम लोग धूप में करीब 30 किलोमीटर चले थे, इसलिए उनकी तबीयत खराब हो गई। पदयात्रा गंगोत्री से शुरू हुई थी और बागेश्वर धाम तक जाएगी। शिवरंजनी को 16 जून को बागेश्वर धाम में गंगा जल चढ़ाकर पूजा करेंगी।