VIDISHA. विदिशा जिले के लटेरी क्षेत्र में बुधवार (9 अगस्त) को वन भूमि पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में में विवाद हो गया। ये विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई। मामला बढ़ता देख पुलिस को इस घटना की सूचना दी गई। जानकारी लगते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस को हालात काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। वहीं मामले की सूचना मिलते ही विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव और एसपी दीपक शुक्ला भी मौके पर पहुंचे। हालांकि पुलिस की समझाइश देने के बाद दोनों पक्षों के लोग शांत हुए।
2 समुदाय भिड़े
दरअसल गांव रायपुरा में भील और यादव समाज में वन भूमि पर कब्जे को लेकर काफी समय से लड़ाई चल रही है। बुधवार (9 अगस्त) को भी दोनों के बीच के बीच इसी बात पर झगड़ा हो गया। यादव समुदाय के लोग लटेरी थाने पहुंच गए। इतने में भील समाज के लोग भी थाने पहुंच गए। खाने में ही दोनों के बीच बहसबाजी होने लग गई। इस दौरान विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष एक दूसरे पर पत्थर मारने लगे। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और फिर आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। हालांकि दोनों परिवारों को समझाने के बाद मामला काबू में आया।
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एक समुदाय ने किया चक्काजाम
वहीं विदिशा कलेक्टर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर बताया है कि वर्तमान में स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण है। पोस्ट में कलेक्टर ने लिखा- आज लटेरी थाना क्षेत्र में एकत्रित दो समुदायों को समझाइश दी गई है। विदिशा जिले की लटेरी तहसील के ग्राम बांदरसेना में वन विभाग की जमीन पर कब्जे को लेकर भील और यादव समाज के बीच 8 और 9 अगस्त की रात विवाद हो गया था। विवाद के बाद दोनों पक्षों के लोग लटेरी थाने में एकत्रित हो गए। पुलिस इनको मौके पर समझाइश दी। एक पक्ष ने सिरोंज चौराहे पर चक्काजाम कर दिया था। हालांकि प्रशासन की समझाइश देने के बाद उन्होंने प्रदर्शन खत्म कर दिया।