Raipur. सीएम भूपेश बघेल के झीरम मामले के सबूत जेब में होने और यह कहने को लेकर कि मुझे मालूम है कैसे षड़यंत्र हुआ, पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने कहा है कि, यदि कोई मुख्यमंत्री होते हुए यह बोले कि, उसके पास दस्तावेज है और वह कहे मैं दिखाना नहीं चाहता तो यह अपराध की श्रेणी में आता है, उनके उपर कार्यवाही होनी चाहिए।
क्या कहा था सीएम भूपेश ने झीरम मसले पर
झीरम हत्याकांड को लेकर सीएम भूपेश बघेल सालों से यह कहते आ रहे हैं कि, झीरम का सबूत उनके जेब में है। यह उन्होंने तब कहना शुरु किया था जबकि वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे, और अब भी वे यह कह रहे हैं जबकि वे राज्य के सीएम हैं। सीएम भूपेश बघेल ने 21 जुलाई को विधानसभा में कहा
“आपने झीरम घाटी के बारे में चर्चा की।मेरे जेब में पर्ची है।आपने स्वर्गीय भीमा मंडावी की हत्या की जाँच एनआईए से करवाया। फ़ायनल रिपोर्ट बन गया, फिर क्या हुआ ?झीरमघाटी में कोर्ट ने कहा कि, गुड्सा उसेंडी और रमन्ना दोनों के बयान लिये गए हैं।जब प्राथमिकी दर्ज हुआ तो इसमें दोनों का नाम था तो एनआईए के फ़ायनल रिपोर्ट में ये दोनों नाम कैसे कटे।एनआईए पर हमारा आरोप है वह नाम कैसे हटे जब प्राथमिकी में दर्ज है,उससे पूछताछ क्यों नहीं की गई ?सवाल तो इस बात का है।”
सीएम भूपेश ने आगे कहा
“आप कहते हैं मैं पर्ची दे दूँ, मुझे मालूम है कि कैसे षड़यंत्र हुआ, दूँगा तो जाँच कौन करेगा ? जो नाम ही हटा दे।अब गुड्सा उसेंडी कहाँ है, रमन्ना कहाँ है ?मुझे तो यह भी पता चला है कि रमन्ना की मृत्यु हो गई”
सीएम भूपेश ने ज़ोर देकर कहा कि आप लोग ( बीजेपी ) इसका मज़ाक़ ना उड़ाएँ कि जेब में रखी वह पर्ची जेब में है या गिर गई। सीएम भूपेश ने कहा
“हम कोर्ट में गए वहाँ लड़े लेकिन न तो वे जाँच कर रहे हैं और न हमको जाँच करने दे रहे हैं।यदि हमको जाँच करने देते तो निश्चित तौर पर हम तह में जाते।हमारा दुर्भाग्य है कि हम सत्ता में बैठकर भी उन शहीदों को उन परिवारों को न्याय नहीं दिला पा रहे हैं।कितनी बार गृह मंत्रालय, कितनी बार एनआईए को, कितनी बार विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा, उन्होंने कह दिया कि अब पत्र लिखना बंद कर दीजिए, क्योंकि हम आपको जाँच करने देंगे नहीं, तो किन षड्यंत्र के आरोपियों को आप बचा रहे हैं, क्यों बचा रहे हैं ?अगर राज्य सरकार जाँच कराना चाहती है तो आप अनुमति दे न। क्यों रोक रहे हैं। आप बार बार कहना बंद कर दीजिए कि आपकी जेब में है या गिर गया।इसका मज़ाक़ मत उड़ाइए। अब हाथ भी बांध दिए, मुँह में टेप लगा दिये और बोले कि खाओ। आपकी स्थिति यह है।”
क्या बोले डॉ रमन सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा राजनांदगाँव से विधायक डॉ रमन सिंह ने इस मसले पर सीएम के बयान को गंभीर अपराध की श्रेणी में आने वाला बयान बताते हुए कहा है कि, सीएम भूपेश पर कार्यवाही होनी चाहिए। पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने कहा
“ये तो अजीब बात है, कि कोई रिपोर्ट मुख्यमंत्री जेब में रख कर कैसे चल सकता है ? ये तो वैधानिक भी नहीं है।यदि कोई डाक्यूमेंट उनके पास है उसको सार्वजनिक करना किसी भी व्यक्ति के लिए और मुख्यमंत्री के पद पर बैठा कोई व्यक्ति है वो यह बोलता है मेरे पास दस्तावेज है और मैं दिखाना नहीं चाहता।ये तो अपराध की श्रेणी में आता है, उनके उपर कार्रवाई होनी चाहिए। ये कैसे हो सकता है”