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वेंकटेश कोरी, JABALPUR. हिट एंड रन के नए कानून को लेकर देशभर में चल रही ड्राइवरों की हड़ताल का असर आम जनजीवन पर तो पड़ ही रहा है, साथ ही इससे राजनीतिक कार्यक्रम भी प्रभावित होते नजर आ रहे हैं। जबलपुर में 3 जनवरी को होने वाली मुख्यमंत्री मोहन यादव की सभा पर भी हड़ताल का असर होता दिख रहा है। दरअसल, जबलपुर के जिला प्रशासन और परिवहन विभाग ने निजी बस ऑपरेटरों से मुख्यमंत्री की सभा के लिए 550 यात्री बसों की मांग की है। निजी बस ऑपरेटरों ने प्रशासन की मांग के मुताबिक बसों को उपलब्ध कराने के लिए हामी तो भर दी है, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि इन बसों को आखिर चलाएगा कौन ?
गैरिसन ग्राउंड में होने जा रही है सभा
सूबे की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को पहली बार जबलपुर आ रहे हैं। इस दौरान वे जबलपुर में कैबिनेट की जहां पहली बैठक करने जा रहे हैं तो वहीं आभार यात्रा के अलावा सदर के गैरिसन मैदान में विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इस सभा को सफल बनाने के लिए जबलपुर और आसपास के इलाकों से बड़ी तादाद में लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है। प्रशासन ने निजी बस ऑपरेटरों से 550 यात्री बसों की मांग की है।
ऑपरेटर्स ने हामी भरी, लेकिन बस चलेंगी कैसे ?
सीएम की सभा में बसों के जरिए लोगों को लाने ले जाने की व्यवस्था की जाएगी, लेकिन हिट एंड रन के नए कानून के खिलाफ हो रहे आंदोलन के चलते बस ऑपरेटरों ने बस मुहैया कराने के लिए हम ही तो भरी है, लेकिन ड्राइवरों की हड़ताल के चलते मुख्यमंत्री के कार्यक्रम पर विपरीत असर पड़ रहा है। निजी बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता संजय शर्मा के मुताबिक प्रशासनिक अधिकारियों और डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शेर सिंह मीणा के साथ उनकी कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन हड़ताल के चलते कोई समाधान नहीं निकल पाया है।