Jaipur. जयपुर में बीते 24 घंटों से रुक-रुककर झमाझम बारिश ने पूरे ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोलकर रख दी। कई जगहों पर कई फिट तक पानी भर गया। जिससे लोगों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ा। नाले में गिरी अपनी चप्पल उठाने के चक्कर में एक 6 साल का मासूम नाले में बह गया। तेज बहाव के चलते काफी दूर उसका शव उतराता मिला। जगह-जगह पानी का बहाव ऐसा था कि बाइक और कारें भी पानी में बहने लगीं।
सब्जी मंडी के पास बह गया मासूम बच्चा
इधर मुरलीपुरा इलाके में नाले में बहा बच्चा लोगों को सड़क पर बहता हुआ दिखाई दिया था। जिसके बाद उसे निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां अस्पताल ने बच्चे को एडमिट करने से मना कर दिया। लाचार परिजन जब तक उसे सीकेएस अस्पताल लेकर पहुंचे तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। दरअसल सुबह के वक्त बारिश के कारण नाला उफान पर था, बच्चा अपनी बहती हुई चप्पल उठाने का प्रयास कर रहा था, उसी वक्त वह नाले में बह गया।
- यह भी पढ़ें
सड़क पर भी डेढ़ फिट पानी
दूसरी तरफ जयपुर के महेश नगर इलाके में 80 फीट रोड पर डेढ़ से दो फीट पानी भर गया। पानी से लबालब सड़क पर निकलने वाले कई वाहन बंद हो गए, लोग अपने वाहन घसीटने में लगे रहे। सड़क किनारे फल और सब्जी बेचने वालों का सामान, चायवाले का सिलेंडर भी पानी में तैरता नजर आया।
निगम के दावों की खुली पोल
एक दिन की झमाझम बारिश ने जयपुर नगर निगम के तमाम दावों को धोकर रख दिया। जिसमें पूरा ड्रेनेज सिस्टम साफ कर दिए जाने के दावे किए गए थे। यदि सफाई हुई होती तो एक दिन की बारिश में सीवर का पानी ऐसे बाहर न आ जाता। नगर निगम की लापरवाही के कारण ही जयपुर की सड़कें नदियों जैसी हो गई।
रात भर परेशान हुए छात्र
इधर महेश नगर में दूसरे शहरों से पढ़ने आए बच्चे भी काफी हलाकान हुए। उनके कमरों में कई फिट पानी भर चुका था, बिस्तर भी गीले हो गए। उनका सारा सामान पानी में भीगकर खराब हो गया। छात्र रात भर सो नहीं पाए और सुबह तक भूखे भी रहे। दूसरी तरफ बजाज नगर के केंद्रीय विद्यालय में भी पानी भर गया, स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को फर्स्ट फ्लोर में शिफ्ट करवा दिया। ग्राउंड फ्लोर पर ढाई फीट तक पानी भर गया था।