नितिन मिश्रा, DURG-BHILAI. दुर्ग की राइस मिल मलिक से नकली ED अफसर बनकर 2 करोड़ की ठगी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुंबई की गैंग नकली ED अफसर बनकर लोगों को झांसे में लेती है। पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है वहीं 2 आरोपी फरार हैं। आरोपियों के पास से 85 लाख रुपए कैश जब्त किया गया।
क्या मामला है
जानकारी के मुताबिक मंगलवार 27 जून को 5 लोग व्यापारी विनीत गुप्ता की राइस मिल में घुस गए। उन्होंने अपने आप को ED अफ़सर होना बताया। किसी मामले में फसने से बचने के लिए नकली ED अफ़सरों ने व्यापारी से 2 करोड़ रुपए ले लिए। आरोपी काले रंग की स्कॉर्पियो में राइस मिल पहुंचे थे। आरोपियों ने अपने साथ विनीत गुप्ता को भी गाड़ी में बैठाकर ले गए। आरोपी व्यापारी को लेकर नागपुर की ओर जा रहे थे। लेकिन आरोपी की मिन्नतों के बाद उसे राजनांदगांव के सोमनी टोल प्लाजा पर छोड़कर निकल गए। व्यापारी ने मोहन नगर थाने में पूरी घटना बताकर मामला दर्ज करवाया।
मुंबई में पकड़ाए आरोपी
दुर्ग पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने बताया कि घटना की जानकारी लगने के बाद पुलिस की टीम आरोपियों को लोकेट करने में लग गई। टोल प्लाजा के सीसीटीवी को चेक किया गया। उसकी फ़ुटेज निकाली गईं। जिसके बाद एक टीम को नागपुर भेजा गया। जहां से आरोपियों के मुंबई में होना पता चला। मुंबई में दबिश देकर 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जिन्हें ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लाया गया। मुंबई की गैंग ने नकली ED अफसर बनकर ठगी की है। अभी 2 लोगों की तलाश की जा रही है।
आरोपी पहले व्यापारी से मिल चुका है
पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि उसने पहले एक बार विनीत गुप्ता से उसने मुलाकात की थी। उसने पैसे इन्वेस्ट करने के लिए विनीत को विश्वास में लिया। बिजनेस में ज्यादा प्रॉफिट का लालच देकर आरोपी ने झांसा दिया। जब आरोपी को लगा कि यहां से पर्याप्त पैसे लिए जा सकते हैं। तब फर्जी ED अफसर बनकर व्यापारी के साथ लूट को अंजाम दे दिया।
रिश्तेदारों से उधार लिए पैसे
पुलिस ने इतने सारे कैश के बारे में पूछा तो व्यापारी ने बताया कि नए बिजनेस को शुरू करने के लिए पैसे इकट्ठे किए थे। साथ ही कुछ पैसे रिश्तेदारों से उधार लिए थे। आरोपी व्यापारी के मिल में बक़ायदे नकली आईडी कार्ड लगाकर पहुंचे थे।जिसके चलते व्यापारी उनके झांसे में आ गया।