BHOPAL. मंगलवार को भोपाल में हुई शिवराज कैबिनेट की बैठक में अनेक मुद्दों पर चर्चा हुई। सूत्रों की मानें तो बैठक में एक प्रस्ताव पर शिवराज सरकार के दो मंत्री आमने-सामने आ गए। मामला नर्सिंग कॉलेजों से जुड़ा था। नर्सिंग कॉलेजों के लिए 305 नए पदों के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नर्सिंग कॉलेजों की गड़बड़ी का मुद्दा भी उठा। खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने विश्वास सारंग के प्रस्ताव लाते ही कह दिया कि पहले नर्सिंग कॉलेजों की गड़बड़ी तो ठीक कर लो।
ओमप्रकाश सखलेचा ने भी किया समर्थन
यशोधरा के इतना कहते ही एमएसएमई मिनिस्टर ओमप्रकाश सखलेचा भी बोले की गड़बड़ी काफी ज्यादा है। यह गंभीर मामला है, इसे देखना चाहिए। कई जगहों से जानकारी आ रही है। सखलेचा यह कह ही रहे थे कि सीएम शिवराज ने उन्हें बीच में ही टोकते हुए कहा कि इस पर आप अलग से विश्वास सारंग से बात कर सकते हैं। सीएम बोले कि इस तरह से टोका-टोकी होगी तो कैबिनेट चलाना मुश्किल होगा। सीएम का रुख देखकर सखलेचा ने माफी मांगी और बैठ गए।
मंत्रियों ने यह आपत्ति उठाई थी
दरअसल मंत्रियों का कहना था कि कई नर्सिंग कॉलेजों में 60 सीटें हैं, लेकिन छात्रों की संख्या 100 बताई गई। कई बच्चे जो निर्धन वर्ग से आते हैं। उनके साथ गड़बड़ी नहीं होना चाहिए। थोड़ी चर्चा हुई और फिर नए पदों के सृजन का प्रस्ताव पास हो गया।
इंडियन नर्सिंग काउंसिल के मापदंड होंगे पूरे
दरअसल आईएनसी द्वारा निर्धारित मापदंडों को पूरा करने नर्सिंग छात्र-छात्राओं को अच्छी ट्रेनिंग देने के लिए नर्सिंग टीचर और अन्य कैडर के कुल 305 नए पदों को सरकार ने मंजूरी दी है। इन पदों की पूर्ति शासकीय मेडिकल कॉलेज के लिए गठित निकाय द्वारा मध्यप्रदेश स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय शैक्षणिक आदर्श नियम, 2018 के प्रावधानों के अनुसार की जाएगी। प्रदेश के नर्सिंग स्टूडेंट्स को नर्सिंग क्षेत्र के स्नातक/स्नातकोत्तर सिलेबस में पढ़ाई के साथ मेडिकल टेक्निक के उपयोग की जानकारी मिलेगी।