BHARATPUR. भरतपुर में हत्या के आरोपी 3 बदमाशों को पकड़ने पुलिस ने घेराबंदी की तो बदमाशों ने गोलियां चलाना शुरु कर दीं। एक गोली तो पुलिस इंस्पेक्टर के सीने में लगी, गनीमत यह थी कि दरोगा बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए था। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने तीनों बदमाशों के पैर में गोली मारी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। तीनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
10 दिन पहले की थी कत्ल की वारदात
असल में भरतपुर में 27 अगसत को अजय झामरी नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोपी 3 बदमाशों का इनपुट पुलिस को मिला था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की तो इसकी भनक लगने पर बदमाशों ने डीएसआई के प्रभारी इंस्पेक्टर मुकेश की छाती पर फायर कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए तेजवीर, युवराज और बंटी खुशाल नाम के आरोपियों को पकड़ा। तीनों के पैर में गोली लगी है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां ज्यादा खून बह जाने की वजह से एक बदमाश बंटी खुशाल की हालत सीरियस है।
मृतक भी आपराधिक प्रवृत्ति का था
बता दें कि 27 अगस्त को गोली मारकर जिस अजय झामरी की हत्या की गई थी, वह भी आपराधिक प्रवृत्ति का था। उस पर भी कई केस दर्ज हैं। वह किसी काम से भरतपुर आया था, तभी हीरादास चौराहे पर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बदमाशों ने उसके सिर पर गोली मारी थी।
बेखौफ होकर वीडियो डाल रहे थे बदमाश
हत्या की इस वारदात के बाद ये तीनों बदमाश बेखौफ होकर सोशल मीडिया पर वीडियो डाल रहे थे और कत्ल की वारदात का श्रेय भी ले रहे थे। जिसके बाद मृतक के परिजनों ने 1 सितंबर को एसपी को ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में यह आरोप भी लगाया गया था कि तेजवीर की बहन पुलिस कर्मी है और वह अपने भाई की मदद कर रही है। परिजनों ने तेजवीर की बहन को निलंबित करने की मांग भी उठाई थी।