BHOPAL. एमपी में विधानसभा चुनाव की तैयारियों का निरीक्षण करने आई चुनाव आयोग की टीम ने पुलिस अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। आयोग ने दो टूक कहा कि सभी अफसर खुदको राजनैतिक छत्रछाया से बाहर निकालें। जानबूझकर गलती करने से बचें, वरना ऐसी कार्रवाई की जाएगी, जो मिसाल बनेगी। चुनाव आयोग की टीम ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में प्रदेश के समस्त कलेक्टर और एसपी की मीटिंग ली।
पुलिस एक्शन और लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा
चुनाव आयोग ने प्रदेश में कानून व्यवस्था में कमी और अपराध पर एक्शन को लेकर होने वाली लापरवाही पर नाराजगी जताई। आयोग ने कहा कि हम पुलिस एक्शन से संतुष्ट नहीं हैं। अवैध शराब, स्मैक और गांजे के कारोबार पर कार्रवाई समेत हवाला कारोबार पर एक्शन के मामलों में खासतौर पर आयोग ने नाराजगी जताई।
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निष्पक्ष चुनाव का दिलाएं भरोसा
आयोग की टीम ने लॉ एंड ऑर्डर और एनफोर्समेंट के एक्शन में लापरवाही नहीं बरतने की ताकीद दी। गड़बड़ी के मामलों में सीजर और गुंडा एक्ट का एक्शन दिखाई देने पर भी जोर दिया। आयोग ने कहा कि कलेक्टर-एसपी ऐसा काम करें कि राजनैतिक दलों को प्रशासन की कार्यशैली पर भरोसा रहे। सभी को निष्पक्ष चुनाव का भरोसा रहे। इसके साथ ही मीडिया और सोशल मीडिया पर नजर रखने पर भी बल दिया गया।
शाम को पीठ भी थपथपाई
वहीं चुनाव आयोग ने दूसरे सेशन में जिला वार समीक्षा के बाद अधिकारियों की सराहना भी की। टीम ने कहा कि यहां की ब्यूरोक्रेसी देश में सबसे अच्छी मानी जाती है, इसलिए अफसर निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए खुद को ढाल लें। आयोग ने साफ किया कि चुनाव के दौरान छोटी-मोटी गलतियां तो इग्नोर कर दी जाएंगी, लेकिन यदि जानबूझकर गलती की गई तो फिर माफी नहीं मिलेगी।
संवेदनशील और वलनरेबल बूथों की दी जानकारी
चुनाव आयोग की फुल बेंच के सामने कलेक्टरों और एसपी ने अपने-अपने जिलों के संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों की जानकारी दी। आयोग ने निर्देश दिए हैं कि चुनाव के दौरान उपद्रव या अशांति फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की प्लानिंग होनी चाहिए।