Raipur. छत्तीसगढ़ में ईडी शराब के 2000 करोड़ के घोटाले की जांच कर रही है। ईडी ने घोटाले को लेकर एक और गिरफ्तारी की है। मिली जानकारी के मुताबिक ईडी ने भिलाई में रहने वाले अरविंद सिंह को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद ईडी ने अरविंद सिंह को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया है, जहां कोर्ट ने ईडी को पूछताछ के लिए 3 दिन रिमांड दी है। इस मामले में ईडी ने पहले 4 गिरफ्तारी कर चुकी है। जिसमें अनवर ढेबर, अधिकारी एपी त्रिपाठी, नितेश पुरोहित और त्रिलोक सिंह ढिल्लन को शामिल हैं।
पहले बयान दर्ज किया फिर गिरफ्तारी
शराब घोटाला मामले में ईडी ने अरविंद सिंह को समंस के जरिए बुलाया गया था। ईडी अरविंद सिंह से पूछताछ के बाद उनका बयान दर्ज कर गिरफ्तारी की है। ईडी ने PMLA की धारा 50 के तहत अरविंद सिंह को समन भेजा था।
अरविंद सिंह उन 7 व्यक्तियों में शामिल हैं जिनकी याचिका सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इस याचिका में पीएमएलए की धारा 50 को चुनौती दी गई है। इस याचिका के साथ ईडी की संभावित कार्रवाई से बचने आवेदन दिया गया था जिसमें अंतरिम राहत की याचना थी। शीर्ष अदालत ने इन याचिकाओं और आवेदनों पर खिन्नता जाहिर की थी और गहरी अप्रसन्नता जताई थी। जिसके बाद आवेदन वापस ले लिए गए, हालांकि याचिका लंबित है।
कौन है अरविंद सिंह?
ईडी ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले को लेकर कार्रवाई शुरू की है। इसमें ईडी ने कोर्ट को ये बताया है कि छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा संचालित शराब दुकानों में नकली होलोग्राम वाली शराब बेची गई, जिसका कोई रिकॉर्ड दर्ज नहीं किया जाता था। राज्य सरकार को 2 हजार करोड़ का नुकसान हुआ। ईडी के रिमांड पत्र के अनुसार इस घोटाले का किंगपिन अनवर ढेबर था, लेकिन उसे समर्थन और ताकत राज्य के सर्वोच्च पॉलिटिकल बॉस से मिलती थी। अरविंद सिंह शराब ट्रांसपोर्टर है और ईडी ने उसे कई बार समन जारी किया था। ईडी उसे तब अपने साथ लेकर आई जबकि वह अपने पारिवारिक शोक में शामिल होने भिलाई पहुँचा था।अरविंद शराब ट्रांसपोटर है। ईडी उसे तब अपने साथ लेकर आई जबकि वह अपने पारिवारिक शोक में शामिल होने भिलाई पहुंचा था।