Raipur. छत्तीसगढ़ में ईडी ने तड़के रायपुर बिलासपुर कोरबा में कई जगहों पर दबिश दी है। इनमें प्रदेश कांग्रेस पार्टी कोषाध्यक्ष और राज्य आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, कोयला घोटाला के समय ईडी के राडार पर आई आईएएस श्रीमती रानू साहू, ठेकेदार सुनील रामदास अग्रवाल शामिल हैं।इनमें ठेकेदार सुनील रामदास अग्रवाल का भी नाम शामिल है।
बिलासपुर कोरबा भी पहुँची ईडी की टीम
ईडी की टीम ने तड़के रायपुर के साथ साथ बिलासपुर कोरबा में भी दबिश दी है। खबरें हैं कि,बिलासपुर के अंबा प्लाज़ा, रामा वैली और विनोबा नगर में ईडी की टीम ने दबिश दी है। ईडी की टीम कोरबा भी पहुँची है। रायपुर में जिन जगहों पर ईडी की पदचाप है उनमें देशबंधु कॉंपलेक्स और अमलीडीह स्थित लाविस्टा शामिल है।
छापे चावल स्कैम पर या कुछ और ये स्पष्ट नहीं है
तड़के से चल रहे इन छापो को लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है।कुछ संकेत प्रदेश के चावल स्कैम से जुड़ते हुए हैं तो कुछ इसे पुराने कोयला घोटाला और अवैध वसूली मामले से जोड़ रहे हैं।आयकर विभाग की संयुक्त टीम ने बीते 72 घंटों में राईस मिलर्स के साथ साथ मार्कफेड के एमडी के यहाँ दबिश दी। इनके यहाँ छापे की कार्यवाही जारी है। आयकर विभाग की ओर से इस मसले पर अधिकृत रुप से केवल इतना कहा गया है कि, जाँच जारी है। आयकर विभाग ने अभी तक इन छापो को लेकर विस्तृत ब्यौरा जारी नहीं किया है। लेकिन सूत्रों के अनुसार इन छापों की पृष्ठभूमि में वह कथित प्रति क्विंटल बीस रुपए का मसला है जिसे लेकर यह अपुष्ट चर्चाएँ हैं कि, वह राईस मिलर्स से एकत्रित होता था और वापस अहम किरदारों तक पहुँचता था।
लेकिन प्रवर्तन निदेशालय के इन छापो को आयकर विभाग के इन छापो से जोड़ना जल्दबाज़ी भी हो सकती है। रामगोपाल अग्रवाल इसके पहले भी ईडी के राडार पर आ चुके हैं। जबकि आईएएस रानू साहू को कोयला घोटाला और अवैध वसूली मामले में लंबे अरसे तक ईडी की पूछताछ से गुजरना पड़ा है। आईएएस रानू को लेकर अक्सर खबरें आती रही हैं कि उनकी गिरफ़्तारी केवल वक्त की बात है।