JAIPUR. जयपुर में मई महीने में सचिवालय के योजना भवन की शासकीय अलमारी से 2.31 करोड़ नगद और एक किलो सोना मिला था। अब इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईटी डिपार्टमेंट की सचिव आनंदी के नाम का नोटिस आईटी आयुक्त इंद्रजीत को सर्व किया है। ईडी ने आनंदी को पूछताछ के लिए लेटर लेकर ईडी दफ्तर तलब किया है।
ईडी की आमद पर मचा हड़कंप
सचिवालय के गलियारों में जैसे ही ईडी की टीम पहुंचने की खबर फैली, पूरे सचिवालय में हड़कंप जैसा नजारा देखने को मिला। हालांकि टीम महज नोटिस सर्व करने पहुंची थी। इस दौरान टीम ने योजना भवन के कमरा नंबर 207 में आईटी आयुक्त से बातचीत भी की। यहां से पहले ईडी की एक टीम सचिवालय भी गई थी। इधर अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोड़ा और आईटी सचिव आनंदी से टीम मिलना चाह रही थी, लेकिन दोनों दफ्तर में मौजूद नहीं थे।
सस्पैंड ज्वाइंट डायरेक्टर से हो चुकी पूछताछ
ईडी ने आईटी विभाग से सस्पैंड ज्वाइंट डायरेक्टर वेदप्रकाश यादव को रिमांड पर लिया था। रिमांड में पूछताछ के दौरान यादव ने नगदी और सोने को लेकर काफी कुछ जानकारी ईडी को दी है। सूत्रों की मानें तो ईडी जान चुकी है कि यह पैसा और सोना किसका है। अधिकारी इसका उपयोग कहां करने वाले थे।
पहले से थी जानकारी
सूत्र यह भी बता रहे हैं कि ईडी के सर्च और नोटिस की जानकारी अधिकारियों को पहले से लग गई थी। यहीं कारण है कि 16 अगस्त को कई अधिकारी दफ्तर से गैरहाजिर रहे। फिलहाल नोटिस उनके घर भिजवाए गए हैं।
यह है मामला
23 मई को योजना भवन में 1 किलो सोना और 2.3 करोड़ रुपए नगद वेदप्रकाश यादव की अलमारी से बरामद हुए थे। जांच पहले एसीबी के पास थी, जिसने वेदप्रकाश से कुछ दिन पूछताछ की। जहां से उसे जेल भेज दिया गया था। जमानत पर छूटने के बाद वेदप्रकाश को ईडी ने 9 अगस्त को अरेस्ट कर लिया, उसकी 4 दिन की रिमांड ली गई। रिमांड खत्म होते ही उसे वापस जेल भेज दिया गया था। अब पूछताछ के दौरान मिले अहम सबूतों के बाद ईडी की निगाह में कई जिम्मेदार अधिकारी आ गए हैं।