BHOPAL. विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब नए साल-2024 में मध्यप्रदेश बिजली उपभोक्ताओं को महंगी बिजली का झटका लग सकता है। इसका कारण वित्तीय वर्ष 24-25 में बिजली दरों में 3 से 5 प्रतिशत की बढ़ातरी होना बताया जा रहा है। यह चार साल में प्रदेश में सबसे ज्यादा बिजली दरों में बढ़ोतरी होगी। यहां बता दें प्रदेश में करीब डेढ़ करोड़ से ज्यादा बिजली उपभोक्ता हैं।
कंपनी ने विद्युत नियामक आयोग में की याचिका दायर
यदि बिजली दरों में 3% की बढ़ोतरी होती है तो 300 यूनिट खपत के मासिक बिल में लगभग 70 रुपए और 5% की वृद्धि में 113 रुपए उपभोक्ताओं को ज्यादा देने होंगे। एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी ने अगले वित्तीय वर्ष में बिजली दलों में 3 से 5% तक बढ़ोतरी के लिए विद्युत नियामक आयोग में याचिका दायर कर दी है। इस पर अगले हफ्ते आयोग में प्रारंभिक सुनवाई हो सकती है।
पिछले साल प्रस्ताव से आधी बढ़ोतरी हुई, यानी 1.65 % की
पिछले साल भी कंपनी ने बिजली दरों में 3.20% बढ़ोतरी का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग के सामने रखा था। चुनावी साल होने के कारण बिजली दलों में ओवरऑल सिर्फ 1.65% की बढ़ोतरी की गई। इस हिसाब से घरेलू बिजली में प्रति यूनिट 6 पैसे का इजाफा हुआ था।
बिजली दरें बढ़ीं तो फिक्स चार्ज जोड़कर ऐसा होगा बिल
खपत | वर्तमान | 3 प्रतिशत | 5 प्रतिशत |
200 | 1427 | 1470 | 1499 |
300 | 2268 | 2338 | 2381 |
4 साल में दरों में कितनी बढ़ोतरी
वर्ष | बढ़ी दरें | 2021-22 | 0.63 प्रतिशत |
2019-20 | 7 प्रतिशत | 2022-23 | 2.64 प्रतिशत |
2020-21 | 1.9 प्रतिशत | 2023-24 | 1.65 ्रप्रतिशत |