संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में 3 साल से चल रही एडिवेटेड ब्रिज की बातें अब धरातल पर उतरने जा रही हैं। इसे लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों के साथ बैठक के बाद घोषणा भी कर दी। उन्होंने कहा कि सफाई में नंबर-1 इंदौर को ट्रैफिक व्यवस्था में भी नंबर-1 बनाएंगे। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर को जल्द ही फ्लाईओवर्स की सौगात मिलेगी।
एलआईजी से नवलखा तक बनेगा एलिवेटेड ब्रिज
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में विजयवर्गीय ने बताया कि इंदौर में 3 साल से लंबित एलिवेटेड ब्रिज का जल्द ही निर्माण होगा। ये ब्रिज एलआईजी से नवलखा तक बनाया जाएगा। 17 जनवरी को मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव एलिवेटेड ब्रिज का भूमिपूजन करेंगे। उन्होंने कहा कि इंदौर के लिए यातायात के लिहाज से ये बड़ी सौगात होगी।
मरीमाता चौराहे पर भी बनेगा ब्रिज
मरीमाता चौराहे का ब्रिज भी बनाया जाएगा। ब्रिज निर्माण में आने वाली सभी समस्याओं का निराकरण कर दिया गया है। इंदौर विकास प्राधिकरण इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करेगा। शहर को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए बड़ा गणपति पर भी एक ब्रिज के निर्माण की रूपरेखा बनाई जा रही है।
इंदौर हमारे सपनों का दौर
विजयवर्गीय ने कहा कि मां अहिल्या का शहर इंदौर हमारे सपनों का एक दौर है। ये संकल्पों को सिद्धि में बदलने वाला शहर है। सफाई और खानपान में नंबर-1 इंदौर को अब हम यातायात में भी नंबर-1 बनाएंगे। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, विधायक रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, गोलू शुक्ला के सौथ ही संभागायुक्त मालसिंह, कलेक्टर आशीष सिंह और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सोमवार 8 जनवरी से जवाहर मार्ग होगा वन-वे
8 जनवरी सोमवार से जवाहर मार्ग पर नया प्रयोग होगा। यातायात में सुधार की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए इंदौर की 2 प्रमुख सड़कें एमजी रोड और जवाहर मार्ग को वन-वे किया जा रहा है। नई व्यवस्था 8 जनवरी से लागू हो जाएगी। इसके बाद वाहन बड़ा गणपति से कृष्णपुरा छत्री की ओर जा तो सकेंगे, लेकिन उन्हें इस मार्ग से वापस आने की अनुमति नहीं रहेगी। इसी तरह जवाहर मार्ग पर वाहन राजमोहल्ला से नंदलालपुरा की ओर तो जा सकेंगे, लेकिन इसी मार्ग से वापस आने की अनुमति नहीं रहेगी।
जवाहर मार्ग पर राजमोहल्ला से नंदलालपुरा तक की 1.8 किमी लंबी और एमजी रोड पर कृष्णपुरा पुल से बड़ा गणपति तक करीब 1.7 किमी सड़कें वन-वे हो जाएंगी। इन दोनों प्रमुख मार्गों को 40 से ज्यादा लिंक रोड (छोटी सड़कें) जोड़ती हैं। इन लिंक रोड पर सामान्य आवाजाही हो सकेगी। वहीं महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने एमजी रोड और जवाहर मार्ग को 8 जनवरी से वन-वे करने की पुष्टि करते हुए बताया कि बिगड़ते यातायात को देखते हुए ये जरूरी था। हाल ही में हुई एडवाइजरी बोर्ड की बैठक में भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा हुई थी। महापौर ने बताया कि दोनों प्रमुख मार्गों के कुछ हिस्से को ही वन-वे किया गया है। इस बदलाव के परिणामों का विश्लेषण करने के बाद व्यवस्था में बदलाव किए जा सकते हैं।