Sidhi. सीधी का पेशाब कांड देश भर में सुर्खियों में छाया रहा, अब आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर तोड़ने की कार्रवाई के खिलाफ ब्राम्हण समाज लामबंद हो गया है। अखिल भारतीय ब्राम्हण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप भारद्वाज भी इस मुद्दे पर सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि अब इस मामले में आर-पार की लड़ाई होगी। इस बार के पितृपक्ष में सीएम शिवराज सिंह चौहान का पिंडदान कराएंगे। ब्राम्हण समाज यह तर्क दे रहा है कि आरोपी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए थी पर पूरे परिवार का क्या दोष था जो उनका घर तोड़ दिया गया।
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कलेक्ट्रेट के बाहर किया प्रदर्शन
प्रवेश शुक्ला का घर तोड़े जाने के खिलाफ ब्राम्हण महासभा के पदाधिकारियों के साथ लोगों ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। इससे पहले इस मामले में धरना दिया गया था। कलेक्ट्रेट के बाहर जब ज्ञापन लेने कलेक्टर साकेत मालवीय नहीं पहुंचे तो नाराज लोगों ने कलेक्ट्रेट के गेट पर गधे का फोटो चिपका दिया। इस दौरान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप भारद्वाज का कहना था कि अगर कोई दोषी पाया जाए तो उसका घर गिराया जाना ठीक है, लेकिन परिवार में अन्य सदस्य भी रहते थे, जमीन भी आरोपी के नाम तो थी नहीं, फिर परिवार को सड़क पर जीने क्यों छोड़ दिया गया। हम प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध करते हैं। यह सरकार का सरासर अन्याय है।
वीडियो काफी पुराना था
लोगों का कहना था कि उक्त वीडियो दो से तीन साल पुरान था। इसे किसने बनाया, इसके पीछे किसका हाथ था, पहले इसे वायरल क्यों नहीं किया गया, इन सभी बिंदुओं की जांच होनी चाहिए। इधर ब्राम्हण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश दुबे ने बताया कि जब हम लोग ज्ञापन देने गए थे तो कलेक्टर गेट पर ही खड़े थे, लेकिन कोई भी ज्ञापन लेने तैयार नहीं हुआ। हमने नारेबाजी की, बाद में पुलिस ने कुछ लोगों को अंदर बुलाया, प्रशासन के इस व्यवहार के कारण हम लोगों ने ज्ञापन ही नहीं सौंपा।