नील तिवारी, JABALPUR. जबलपुर में केंद्र सरकार की योजनाओं के नाम पर घोटाले के मामले में EOW ने कार्रवाई की है। EOW की जांच के बाद खुलासा 6 करोड़ 90 लाख 64 हजार रुपए की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। बैंक मैनेजर और दलालों ने मिलीभगत करके फर्जी दस्तावेज के जरिए इस घोटाले को अंजाम दिया। दरअसल, अगस्त में जबलपुर यूनियन बैंक के उप क्षेत्रीय प्रमुख अमित श्रीवास्तव ने शाखा प्रबंधक सहित अन्य पर लोगों की शिकायत ईओडब्ल्यू मुख्यालय में दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया था कि मुद्रा, पीएमईजीपी योजना और अन्य योजनाओं के तहत लोगों के नाम से खातों में धोखाधड़ी की गई है। अब मामले में खुलासा करते हुए EOW ने बैंक मैनेजर समेत 3 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया।
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला 1 अगस्त 2023 को सामने आया था जब यूनियन बैंक ऑफ इंडिया नेपियर टाउन जबलपुर के उप क्षेत्रीय प्रमुख अमित श्रीवास्तव शिकायत लेकर ईओडब्ल्यू मुख्यालय पहुंचे थे। बैंक अधिकारी अमित श्रीवास्तव ने रेखा ट्रेडिंग कंपनी की रेखा नायक, दलाल सुरेश मथानी और शाखा प्रबंधक कमल मिश्रा पर योजनाओं के माध्यम से धोखाधड़ी का शिकायत की थी। अमित श्रीवास्तव ने मुद्रा, पीएमईजीपी एवं अन्य योजनाओं के तहत ग्राहकों के नाम से स्वीकृत ऋण खातों में धोखाधड़ी कर लाभ लेने की शिकायत दर्ज कराई गई थी।
मामले में शिकायत के बाद ईओडब्ल्यू पुलिस उप अधीक्षक एव्ही सिंह ने जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि रेखा ट्रेडिंग कंपनी की प्रोप्राइटर रेखा नायक पति संतोष भोजक के नाम से पीएमईजीपी योजना के तहत लोन पास किया गया है। यह लोन मंडला जिले के ग्राम डोबी में आटा मिल व्यवसाय के लिए लोन राशि 10 लाख 45 हजार और सीसी लिमिट 13 लाख 30 हजार स्वीकृत किए गए है। जबकि बताए गए स्थान पर कोई आटा मिल ही नहीं है।
मैनेजर ने दलालों के साथ मिलकर बैंक को लगाया चूना
पूरे गोरखधंधे का खुलासा हो गया है। जांच में सामने आया कि बैंक मैनेजर ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन फर्जी तरीके से बांट दिया है। जांच में यह सामने आया कि विजयनगर शाखा बैंक मैनेजर कमल मिश्रा इस धोखाधड़ी में शामिल है। मैनेजर ने रेखा नायक का आटा मिल के लिए जो लोन पास किया था वह मंडला जिले के डोबी में होना बताया गया, जबकि मंडला जिला विजयनगर शाखा के अधिकार क्षेत्र में ही नहीं आता और मिलीभगत से बैंक को चूना लगाया गया।
कई लोगों को बनाया धोखाधड़ी का शिकार
जांच में सामने आया कि कई लोगों के आधार कार्ड, पेन कार्ड का इस्तेमाल करके उन्हें मुद्रा लोन एवं पीएमईजीपी योजना के लोन के नाम पर लाभ दिलाने का झांसा दिया और उनके नाम से 25-25 लाख रूपए (पीएमईजीपी योजना) और 10 लाख तक के मुद्रा योजना के लोन स्वीकृत कर लोगों और बैंक के साथ धोखाधड़ी की गई।
बैंक मैनेजर समेत तीनों आरोपियों के खिलाफ के दर्ज
ईओडब्ल्यू जबलपुर के पुलिस अधीक्षक आरडी भारद्वाज ने बताया कि इस पूरे घोटाले की जांच में सामने आया कि सुरेश मतानी (बिचौलिया), कमल मिश्रा (शाखा प्रबंधक विजयनगर शाखा) और रेखा नायक ने आपस में मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेज के माध्यम से करोड़ों रुपए का लोन निकाल कर बैंक को नुकसान पहुंचाया है। और अवैध रूप से लाभ लिया है। यह घोटाला 6 करोड़ 90 लाख रुपए का किया गया है। मामले में ईओडब्ल्यू ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले में रेखा ट्रेडिंग कंपनी मालिक रेखा नायक, दलाल सुरेश मतानी, बैंक मैनेजर कमल मिश्रा के खिलाफ कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।