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BHOPAL. मध्य प्रदेश की पहली महिला चीफ सेक्रेटरी निर्मला बुच का निधन हो गया है। वे 22.09.1991 से 01.01.1993 तक प्रदेश की चीफ सेक्रेटरी रहीं।
निर्मला बुच का जन्म 11 अक्टूबर 1934 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्होंने बीएचयू से अंग्रेजी साहित्य, दर्शन शास्त्र, और मनोविज्ञान में बीए किया। इसके बाद इसी विवि से अंग्रेजी साहित्य में पीजी किया। उन्हें 1969 में प्रिंसटन विवि से फेलोशिप भी मिली थी। इतना ही नहीं उन्होंने जर्मन और फ्रेंच में डिप्लोमा भी किया था।
1960 में मसूरी से प्रशिक्षण लेकर उन्होंने अपने भारतीय प्रशासनिक सेवा के करियर की शुरुआत की। 1961 में उनकी पोस्टिंग जबलपुर में हुई थी। 1961 से लेकर 1993 तक वे मप्र सरकार के विभिन्ने पदों पर रहीं। उन्होंने पूर्व आईएएस एमएन बुच से शादी की थी। उनके पति एमएन बुच का निधन कुछ साल पहले हुआ था।
सख्त प्रशासक की छवि
सख्त प्रशासक की छवि रखने वाली निर्मला बुच बीजेपी के मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा के शासन काल में मप्र की सीएस रहीं। रिटायर होने के बाद वे सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय रहीं। उन्होंने चाइल्ड राइट्स ऑब्जर्वेटरी, महिला चेतना मंच की स्थापना की और वर्किंग वुमन होस्टल खुलवाए। वे भोपाल के अरेरा कॉलोनी स्थित मकान में अकेली रहती थीं, उनके बेटे विनीत बुच यूएस में रहते हैं।
किन पदों पर किया काम
-पहली पदस्थापना 1961 में जबलपुर में हुई।
-1975-77 तक मध्य प्रदेश सरकार वित्त सचिव एवं शिक्षा सचिव रहीं।
- 1978-81 तक महिलाओं के लिए बनी राष्ट्रीय महिला समिति की प्रमुख का पदभार संभाला।
- भारत सरकार के योजना आयोग में 1988-89 में सलाहकार रहीं ।
- 22 सितंबर 1991 से 1 जनवरी 1993 तक मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव रहीं।
-1993 में ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव के रूप में कार्य किया।
-गुजरात सरकार ने उन्हें 1996 में अपना सलाहकार नियुक्त किया।
- 1997-2000 तक भारत सरकार के राष्ट्रीय पर्यावरण अपीलीय प्राधिकरण की उपाध्यक्ष के पद रहीं।
-उमा भारती ने मुख्यमंत्री बनने पर बुच को अपना सलाहकार नियुक्त किया।