BHOPAL. राजधानी के रातीबड़ की शिव बिहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा फैमिली सुसाइड केस में पुलिस ने मोहम्मद खलील नामक साइबर जालसाज को गिरफ्तार किया है। बकौल पुलिस, भूपेंद्र से ठगी के मामले में खलील को अपना अकाउंट इस्तेमाल करने के लिए 40 हजार रुपए मिले थे। यह राशि उसे चार बार में मिली थी। हालांकि पूछताछ के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
आरोपी बोला- नहीं पता मास्टर माइंड कौन है
आरोपी खलील ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह नहीं जानता मास्टर माइंड कौन है। वॉट्सऐप कॉल के माध्यम से गिरोह के सरगना उससे संपर्क में रहते थे। अब पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। इसके लिए यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि रकम किन-किन खातों के माध्यम से असल सरगनाओं तक पहुंचती थी।
पूछताछ के बाद आरोपी को जेल भेजा
रातीबड़ थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव ने बताया कि राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार मोहम्मद खलील को शुक्रवार की शाम कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। उससे जरूरी पूछताछ की जा चुकी थी। पूछताछ के आधार पर लिंक जोड़कर गिरोह के अन्य सरगनाओं तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। आरोपी से पूछताछ में साफ हुआ कि भूपेंद्र के बैंक अकाउंट से लोन की वसूली के लिए जो रकम निकाली गई थी, वह रकम मोहम्मद खलील के खाते में ट्रांसफर की गई थी। साइबर क्राइम टीम की मदद से आरोपी मोहम्मद खलील को गिरफ्तार किया गया था। खलील का खाता इस्तेमाल करने के एवज में उसे 40 हजार रुपए कई बार के ट्रांजेक्शन में मिल चुके थे।
आरोपी की रिमांड से पुलिस को मिली अहम जानकारी
पूछताछ के लिए आरोपी मोहम्मद खलील को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर लिया था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसका काम केवल अपने अकाउंट में आई ठगी की रकम को आगे ट्रांसफर करने का था। इसके एवज में उसे 5-10 हजार रुपए प्रति ट्रांजेक्शन मिलता था। अब यह पता लगाया जा रहा है कि खलील के अकाउंट से जिन खातों में राशि ट्रांसफर की जाती थी वे किस के हैं। असली नाम से हैं कि फर्जी हैं। खलील से उन नंबरों की भी जानकारी ली गई, जिन नंबरों से गिरोह के सरगना उससे संपर्क में रहा करते थे। पुलिस कड़ियों को जोड़कर आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
आरोपी खलील ने खुद को बताया मजदूर
आरोपी मोहम्मद खलील मूल रूप से मजदूरी करता है। बकौल पुलिस, लालच में उसने ठगी की रकम को अपने खाते में ट्रांसफर करने की इजाजत साइबर जालसाज को दी थी। पुलिस बता रही है कि खुद को निर्दोष साबित करने आरोपी पुलिस को गुमराह कर रहा है। बता दें, बीती 12-13 जुलाई की दरमियानी रात भूपेंद्र ने दो मासूम बेटों और पत्नी सहित साइबर जालसाज़ों की प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड कर लिया था।