संजय गुप्ता, INDORE. केंद्र द्वारा प्याज पर 40 फीसदी निर्यात कर लगाने के विरोध में भारतीय किसान संघ द्वारा इंदौर कलेक्ट्रेट पर जंगी विरोध प्रदर्शन किया गया। इन्होंने यह लगाए गए निर्यात कर तत्काल वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अब तो किसानों को उनकी प्याज की लागत मिल रही थी, अभी तक तीन साल से घाटे में ही थे। एक किसान ने कहा कि बारिश के चलते कई जगह प्याज खराब हो गई है, मैंने खुद कचरे में फैंकी है। जो अच्छी है वह ठीक दाम में बिक रही है तो इस पर निर्यात कर लगाकर दाम गिरा रहे हैं। केवल चुनाव जीतने के लिए किसानों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
दाम गिरेंगे तो किसान बेमौत मर जाएंगे
संघ के दिलीप मुकाती ने कहा कि लंबे समय बाद प्याज की लागत निकल रही है, जब दाम कम थे तब सरकार वगैरह कहां थे? किसानों को लागत तक नहीं मिल रही थी। गोदामों में प्याज रखा था, किसानों ने अब इसे बाजार में बेचा तो निर्यात कर लगाकर दाम घटाए जा रहे हैं। इससे किसान तो बेमौत मर जाएंगे। किसान राजन पाटीदार ने कहा कि बारिश के चलते काफी प्याज खराब हो गई और मैं खुद एक कट्टा कचरे में फैंककर आया हूं। जो ठीक प्याज है उसी के दाम मिल रहे हैं। हर उत्पादन के दाम गिराए जा रहे हैं। चाहे गेहूं हो, सोयाबीन या अब प्याज। इससे किसान तो मर जाएगा। सरकार को तत्काल यह निर्यात कर हटाना चाहिए।
कलेक्टर कार्यालय पर दिया ज्ञापन
संघ ने मालवा प्रांत के सभी जिलों में भी ज्ञापन दिए गए हैं। ज्ञापन देने लगभग 400 लोग पहुंचे थे। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं। इंदौर कलेक्ट्रेट पर भी केंद्र सरकार के नाम ज्ञापन दिया गया। भारतीय किसान संघ के इंदौर जिला अध्यक्ष कृष्णपाल सिंह राठौर ने कहा कि सरकार इस फैसले को 15 दिन के अंदर वापस ले, अन्यथा संघ देश के सभी सांसदों का घेराव करेगा। उन्होंने कहा, 'निर्यात शुल्क से लागत भी नहीं निकल पाएगी। इससे हमारा काफी नुकसान होगा। सुनवाई नहीं हुई तो सांसदों का घेराव करने के साथ प्रांत की सभी मंडियों को बंद किया जाएगा।'
कीमतों पर नियंत्रण के लिए लगाई ड्यूटी
टमाटर के बाद अब प्याज के दाम देशभर में लगातार बढ़ रहे हैं। कीमतों को काबू में रखने के लिए केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर 40% ड्यूटी लगा दी है। वित्त मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी किया है कि प्याज पर निर्यात ड्यूटी 31 दिसंबर तक रहेगी। अभी तक इसके निर्यात पर कोई टैक्स नहीं वसूला जाता था। सरकार इस कदम से देश में प्याज की उपलब्धता बनाए रखना चाहती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बीती 10 अगस्त को प्याज का ऑल इंडिया रिटेल प्राइस 27.90 रुपए प्रति किलो था, जो एक साल पहले इसी अवधि में 2 रुपए प्रति किलो से ज्यादा है। यानी पिछले साल के मुकाबले प्याज 14 गुना महंगा हो चुका है।