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KURUKSHETRA. हरियाणा में किसान सूरजमुखी के बीज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की मांग कर रहे हैं। किसान कुरुक्षेत्र में धरने पर बैठे और दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे जाम कर दिया। अपने मुद्दों को लेकर किसान एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं। किसानों ने पहले महापंचायत की और फिर पीपली फ्लाईओवर पर जाम लगा दिया।
'MSP दिलाओ-किसान बचाओ रैली'
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पिपली अनाज मंडी में आज सूरजमुखी को लेकर 'MSP दिलाओ-किसान बचाओ रैली' हो रही है। रैली में हरियाणा के अलावा राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड और यूपी से हजारों की संख्या में किसान पहुंचे। किसान नेता राकेश टिकैत ने मांग उठाई कि सूरजमुखी पर MSP और किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी और दूसरे नेताओं की रिहाई की जाए। किसानों की रैली को देखते हुए हरियाणा सरकार ने किसान नेताओं से 1 घंटे का समय मांगा है।
आवाज उठाई तो किसानों को लाठियां मिलीं
रैली में राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों ने एमएसपी पर आवाज उठाई और उन्हें लाठियां मिलीं। सवाल सिर्फ एक फसल पर एमएसपी का नहीं है। सरकार रेट घोषित करती हैं, लेकिन उस पर खरीद नहीं करती। एमएसपी गारंटी कानून होना चाहिए। आने वाले समय में इस कानून के लिए आंदोलन होंगे। देश में कलम-कैमरे पर बंदूक का पहरा है।
किसानों के आंदोलन को लाठियों से नहीं दबा सकते
राकेश टिकैत ने कहा कि चढ़ूनी की गलती सिर्फ इतनी थी कि एमएसपी मांगी। हरियाणा सरकार किसानों को जल्द रिहा करे। कोई भी किसानों के आंदोलन को लाठियों से नहीं दबा सकता। एक किसान पर लाठी पड़ेगी तो पूरे देश का किसान इकट्ठा होगा। जो भी यहां कमेटी फैसला लेगी, संयुक्त किसान मोर्चा उनका साथ देगा।
पूरे देश में आंदोलन करने की चेतावनी
किसान नेता सुरेश कोच ने कहा कि जब तक बात सूरजमुखी की है। जब तक बात गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत 9 किसानों को छोड़ने की है। स्थानीय कमेटी का हम निर्णय स्वीकार करेंगे। सरकार ने हाथ जोड़कर 1 घंटे का समय मांगा है। हम बातचीत से किसी भी तरह नहीं भागेंगे। कहा कि हम सरकार से बात जरूर करेंगे, मगर मानेंगे वो जो किसानों की हर बात मानेगा। चेतावनी दी है कि अभी तक आंदोलन स्थानीय कमेटी का है, अभी तक निर्णय स्थानीय कमेटी कर रही है। अगर सरकार नहीं मानती तो ये आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा पूरे देश में लड़ा जाएगा। किसान एक-एक लाठी का हिसाब लेंगे।
किसान बोले- लड़ाई सूरजमुखी और कमल के फूल की
इस मौके किसान नेताओं ने कहा कि सूरजमुखी पर एमएसपी मांग रहे गुरनाम चढ़ूनी और उनके समर्थक किसानों पर लाठियां बरसाई गई। ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब ये लड़ाई सूरजमुखी और कमल के फूल (बीजेपी का चुनाव चिह्न) की है। जल्द ही किसान एमसपी पर बड़े आंदोलन का ऐलान करेंगे।
रैली में बजरंग पूनिया, बोले- पहले टेनी, अब बृजभूषण पर कोई एक्शन नहीं
पहलवान बजरंग पूनिया भी यहां आए। यहां बजरंग पूनिया ने कहा कि पहले किसान यूपी में घटना के जिम्मेदार अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ लड़ रहे थे। हम बृजभूषण के खिलाफ लड़ रहे हैं। किसी पर एक्शन नहीं हुआ। किसानों को सड़क पर खड़े देखकर दुख होता है। हम भी ऐसे ही परिवारों से हैं। हम जितने भी खिलाड़ी हैं, हम आपके साथ हैं।
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चढ़ूनी ने सेनापति तैयार किए, गलतफहमी में न रहे सरकार- हुड्डा
चढ़ूनी ग्रुप की महिला प्रदेश अध्यक्ष सुमन हुड्डा ने कहा कि सरकार तानाशाही पर उतर आई है। किसान आज पिपली की धरती से एमएसपी दिलाओ-किसान बचाओ आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं। यही कुरुक्षेत्र की धरती है जहां से महाभारत की शुरुआत हुई थी। पिछला किसान आंदोलन भी पिपली से शुरू किया गया था। किसान नेता गुरनाम सिंह की चढ़ूनी के जेल पर जाने पर हुड्डा ने कहा कि चढ़ूनी ने हर किसान को सेनापति के रूप में तैयार किया है। सरकार किसी तरह की गलतफहमी में न रहे।