INDORE. इंदौर स्थित द्वारिकापुरी थाना क्षेत्र की दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, एक पिता ने अपनी 7 साल की मासूम बेटी की हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक पिता राकेश ने नशे की हालत में इस घटना को अंजाम दिया है। नशा उतरते ही पुलिस के सामने मुंह खोला कि बेटी उससे खिलौने और खाने की चीजें मांगकर परेशान करती थी। जहां काम करता था वहां भी उसके पीछे आ जाती थी। उसकी मांग से परेशान हो गया था, इसलिए उसे मारकर झंझट ही खत्म कर दिया। बेटी को आरोपी ने जिस बेरहमी से मार, यह सुनकर टीआई अलका मेनिया की भी आंखें भर आईं।
जमीन पर पटककर बेटी को मारा
द्वारिकापुरी थाना इलाके के ऋषि पैलेस में रहने वाला राकेश (45) शनिवार 3 जून की शाम नशे में धुत होकर घर पहुंचा। यहां किसी बात पर उसने अपनी बेटी संध्या से मारपीट शुरू कर दी। उसने बच्ची को जमीन पर पटककर मार दिया। वह चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन राकेश को रहम नहीं आया। कुछ ही देर में संध्या निढाल होकर जमीन पर गिर गई। राकेश संध्या के शव को कंधे पर रखकर ले जा रहा था। तभी रहवासियों ने देखा और उसकी धुनाई कर दी। पुलिस ने राकेश को गिरफ्तार कर लिया है।
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पटककर मारा, फिर फर्शी के टुकड़ों से वार किए
पुलिस ने आरोपी पिता से सख्ती से पूछताछ में सवाल किया कि उसे मारने के बजाए अनाथ आश्रम भेज देता तो वह कुछ नहीं बोला। वह सिर्फ एक ही बात की रट लगाए था, कि पत्नी के जाने के बाद मेरी मां भीख मांगती थी, एक बेटा मानसिक कमजोर है और मैं जब भी मजदूरी के लिए जाता था तो बेटी पीछे आकर परेशान करती थी। उसने बताया कि घर से डेढ़ किमी दूर खाली प्लॉट पर बच्ची को ले गया। पहले सिर पटक-पटककर मारा, फिर फर्शी के टुकड़ों से वार किए।
पोस्टमार्टम: फर्शी के वार से बच्ची के दांत, जबड़ा और सिर की हड्डी टूटी
मासूम बच्ची के शव को जब पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल लाया गया तो पीएम करने वाले डॉक्टर और स्टाफ भी उसके शरीर पर हर जगह चोट देख स्तब्ध रह गए। खिलौने और खाने की वस्तुएं मांगने पर एक पिता द्वारा हत्या किए जाने का कारण जानकर पोस्टमॉर्टम करवाने आईं। SI सपना के भी आंसू बालिका का शव देख छलक पड़े। दरिंदे द्वारा किए फर्शी के वार से बच्ची के दांत, जबड़ा और सिर की हड्डी टूट गई थी। उसके हाथ-पैर, पीठ, कोहनी में भी पत्थर के घाव के निशान थे। पुलिस ने आरोपी पर हत्या का केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। नशे की हालत से बाहर लाने के लिए पुलिस ने उसका इलाज करवाया।
मासूम की हत्या की पड़ताल करने पहुंची पुलिस भी रोई
जिस बेटी को बाहर के लोगों की गंदी नजर से बचाने के लिए दो दिन पहले टीन शेड लगवाए थे उसे केवल इस बात पर मार दिया कि वो खाना-कपड़े मांगती थी। शनिवार को 8 साल की बेटी की हत्या के आरोप में पकड़ाए पिता को लेकर पड़ोसी भी संशय में हैं। जांच कर रही टीआई ने भी जब पूरा घटनाक्रम समझा और मौका मुआयना किया तो उनकी आंखों से भी आंसू निकल आए।
हत्याकांड वाली जगह पहुंची टीआई
टीआई अलका मेनिया रविवार 4 जून को दोपहर अपनी गाड़ी से हत्याकांड वाली जगह पर पहुंचीं। यह जगह घर से करीब 1 किलोमीटर दूर है। यहां राकेश ने संध्या को खाली प्लॉट पर पत्थरों से मारकर मौत के घाट उतारा। इसके बाद झाड़ियों के बीच बैठा रहा। राकेश के नशेड़ी होने से किसी को उस पर शक भी नहीं हुआ।
जब तक वह मर नहीं गई तब तक उसे मारता रहा...
राकेश ने पुलिस को बताया कि संध्या ने उसकी आंखों के सामने ही दम तोड़ा। वह बचने के लिए चीखती-चिल्ला रही थी। वह मर नहीं गई तब तक मैं उसे मारता रहा। उसके मरने के बाद वहीं बैठ गया। उसे जमीन में गाढ़ने के लिए अंधेरा होने का मौका ढूंढ रहा था, लेकिन शाम करीब साढ़े 7 बजे मेरा मन बदल गया और मैं संध्या को कंधे पर उठाकर चल पड़ा।
संध्या को पानी पुरी खिलाने ले जा रहा हूं...
आरोपी पिता राकेश के घर जांच करने पहुंची द्वारकापुरी टीआई ने परिवार के बारे में पूरी जानकारी ली। आरोपी ने पहले संध्या के साथ घर पर मारपीट की। फिर उसे समझाने के बहाने अपने साथ ले गया। परिवार से कहा वह संध्या को पानी पुरी खिलाने ले जा रहा है। करीब 3 घंटे तक उसे अपने साथ लेकर घूमता रहा। वह पानी पुरी की भी जिद कर रही थी। झाड़ियां देखकर उसने संध्या को पत्थर मारकर हत्या कर दी।
तीन भाई बहन में सबसे बड़ी
राकेश की बहन सरिता ने बताया कि भाभी प्रमिला की मानसिक हालत भी ठीक नहीं थी। राकेश को वह छोड़कर चली गई थी। इस दौरान अपनी दोनों बेटी और बेटे आयुष को भी साथ ले गई। पुनासा के पास धनापोस ग्राम में राकेश का ससुराल है।