Vidisha. विदिशा के नटेरन थाना इलाके में एक शख्स ने जहर खाकर जान दे दी, डेढ़ माह पहले उसकी बेटी ने भी आत्महत्या की थी, उसकी बेटी लंबे समय से हो रही छेड़छाड़ से त्रस्त थी, उसने सुसाइड नोट भी छोड़ा था, लेकिन पुलिस ने ठोस कार्रवाई नहीं की और इस बात से व्यथित बेटी के पिता धर्मेंद्र गोस्वामी ने भी खुदकुशी कर ली। मृतक के पीएम के बाद कांग्रेस नेताओं ने लोगों के साथ जमकर हंगामा किया, शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। मामला सुर्खियों में आने के बाद गृहमंत्री ने थाना प्रभारी और एक हेडकॉन्स्टेबल को निलंबित करने का आदेश दे दिया है।
एक आरोपी पकड़ा था वह भी जमानत पर छूटा
बताया जाता है कि धीरेंद्र गोस्वामी की बेटी ने डेढ़ माह पहले सुसाइड किया था, सुसाइड नोट में 5 लोगों के नाम लिखे थे, लेकिन पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया, केवल एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जिसे जमानत मिल गई। आरोप है कि आरोपी मिलकर बेटी के पिता को धमका रहे थे, पिता ने पुलिस को इस बात की जानकारी भी दी लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। गुस्साए लोगों ने साफ कर दिया कि चक्काजाम तभी खुलेगा जब मामले में तत्काल एफआईआर और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी होगी ।
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कांग्रेसियों ने बीजपी नेताओं पर लगाए आरोप
लाश रखकर किए जा रहे चक्काजाम के दौरान कांग्रेस नेताओं ने इस पूरे मामले में बीजेपी नेताओं का हाथ शामिल होने के आरोप लगाए। विधायक शशांक भार्गव भी इस दौरान मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस डेढ़ माह में सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग जांच भी नहीं करा पाई। पुलिस ने आरोपियों के साथ मिलीभगत कर रखी थी, जिस कारण एक बाप को आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा।
टीआई और हेडकॉन्स्टेबल सस्पैंड
इधर इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नटेरन थाना के थाना प्रभारी और एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए हैं। मिश्रा ने कहा कि पुलिस इस मामले में गंभीरता से जांच कर कार्रवाई करेगी। घटना के पीछे जो भी दोषी होगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सुसाइड नोट में इन लोगों के नाम
धीरेंद्र गोस्वामी के सुसाइड नोट में पहले पन्ने पर नेताजी राजेश बमोरी, भगवान सिंह वर्धा और कल्याण सिंह का नाम है। बता दें कि भगवान सिंह सहकारी बैंक के पूर्व डायरेक्टर और बीजेपी का नेता है। कल्याण सिंह शमशाबाद मंडी के पूर्व अध्यक्ष हैं और राजेश बमोरी भी बीजेपी से जुड़ा हुआ है।