संजय गुप्ता, INDORE. मप्र के नए मुख्यमंत्री बने डॉ. मोहन यादव को सात दिन भी नहीं बीते हैं कि उनके नाम का दुरूपयोग करने का आरोप कांग्रेस ने लगाया है। कांग्रेस ने तीन दिन पहले एक गोदाम में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सरकारी अनाज की बोरियां राजकुमार गुप्ता के गोदाम में रखे होने का मुद्दा उठाया और गोदाम को सील कराया। यह गोदाम राजकुमार गुप्ता का है, जिनकी नेम प्लेट पर खुद को विधायक प्रतिनिधि बताया गया है और इसी की नीचे डॉ. मोहन यादव उच्च शिक्षा मंत्री मप्र शासन का भी नाम लिखा हुआ है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी के दबाव में ही अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई नहीं की और आरोपियों को पूरा मौका दिया गया।
यह है मामला
कांग्रेस के शहर के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव और युवा कांग्रेस के महामंत्री मिथुन यादव ने 15 दिसंबर को वार्ड 75 के उद्योग नगर में एक गोदाम में सरकारी अनाज की 500 से ज्यादा बोरी होने का आरोप लगाया। बाद में विभाग ने कार्रवाई की और गोदाम सील किया। गोदाम संचालक मोहन रोकड़े है जिसने गोदाम को किराए पर ले रखा है। कई बार बुलाने के बाद भी वह नहीं आया। बाद में जब तीन दिन बाद गोदाम खोला गया तो इसमें केवल आठ-दस बोरी ही अनाज मिला। कांग्रेस के आरोप है कि यह शटर काटकर बोरियां उठवा दी गई है। इसमें अधिकारियों से लेकर सभी की मिलीभगत है और इसका कारण वह नेमप्लेट है जो गुप्ता ने लगा रखी है।
हो रही सरकारी अनाज की कालाबाजारी- कांग्रेस
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि गोदाम संचालक रोकड़े के यहां प्रतिदिन 100 से 150 बोरी रिक्शे में आती है और जब 500 या 600 से ज्यादा बोरियां हो जाती हैं तो बड़ी गाड़ी में लोड करके यह कालाबाजारी की खाद सामग्री ऊंचे दामों में बेच दिया जाता है। 15 दिसंबर को उक्त गोदाम पर खाद्य अधिकारियों को बुलाकर छापामार कार्रवाई की गई उसे दौरान 500 से अधिक कंट्रोल से लाई गई बोरियों मौजूद थी खाद अधिकारियों ने और हमारे कार्यकर्ता और आम जनता ने मोबाइल से खिड़की में झांक कर फोटो लिए थे तब वहां 500 से अधिक बोरियां मौजूद थी मुकेश रोकड़े को जब 5:00 बजे खाद्य अधिकारियों ने मोबाइल लगाकर उसे बुलाया, तो वह नहीं आया रात्रि 10:00 बजे जनता के दबाव में बड़ी मुश्किल से खाद अधिकारियों ने उक्त गोदाम को सील किया क्योंकि गोदाम की दीवाल पर भाजपा नेता राजकुमार गुप्ता और शिक्षा मंत्री मोहन यादव जी का नाम लिखा हुआ था उस अधिकारी असमझ की स्थिति में थे। अधिकारियों ने 16 तारीख से लेकर 17 तारीख तक कोई सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की। बाद में शटर के कुंड काटकर सारा माल निकला हमारी सूचना पर बड़ी मुश्किल से अधिकारी वहा पहुंचे और आरोपी मुकेश रोकड़े भी अचानक वहां पहुंच गया। हमारा आरोप है कि गोदाम मालिक बीजेपी नेता राजकुमार गुप्ता द्वारा आरोपी गोदाम संचालक मुकेश रोकड़े को पूरा संरक्षण है, यह सरकारी अनाज की लूट और सीएम के नाम का दुरूपयोग का मामला है।
इधर प्रशासन ने कराई रोकड़े के खिलाफ एफआईआर
कांग्रेस ने इस मामले में खाद्य अधिकारी मोहन लाल मारु के साथ शिव सुन्दर व्यास, राहुल शर्मा, सेंगर की भूमिका की जांच की मांग की है। उधर प्रशासन ने रोकड़े के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3,7 के साथ आईपीसी धारा 186 में भी भंवरकुआं थाने में केस दर्ज कराया है। विभाग ने शासकीय काम में बाधा की भी शिकायत लिखित में की है और आवेदन में लिखा है कि रोकड़े के गोदाम में जांच में पाया गया कि यहां से बोरियां हटी है, मौके पर आठ बोरियां सार्वजनिक वितरण के अनाज की मिली है और वहां अनाज बिखरा हुआ मिला है।