Dhar. धार में एक मंदिर के गेट पर फ्लैक्स लगाकर समाज विशेष को मंदिर में प्रवेश न करने का फरमान सुनाया गया। यह बात समाज विशेष के लोगों को नागवार गुजरी और उन्होंने देर रात चक्काजाम कर दिया। आरोप था कि दलित समाज के लोगों को मंदिर में प्रवेश करने से रोका गया है। धार के कुक्षी के लोहारी ग्राम में सामने आई इस घटना के बाद पुलिस ने फ्लैक्स लगाने वाले के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
जयस संगठन के बैनर तले किया विरोध
ग्रामीणों ने जयस के पदाधिकारियों के साथ चक्काजाम किया, जिससे मनावर-कुक्षी मार्ग पर वाहनों की लाइन लग गई। विरोध कर रहे लोगों की मांग पर प्रशासन ने मंदिर से फ्लैक्स हटवा दिया है। इसके अलावा क्षेत्रीय विधायक हीरालाल अलावा भी मौके पर पहुंचे। समझाइश के बाद रात साढ़े बारह बजे किसी तरह जाम खुल पाया। एसपी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि फ्लैक्स लगाने वाले प्रहलाद विश्वकर्मा नाम के आरोपी के खिलाफ मारपीट समेत एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
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सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ फ्लैक्स
बता दें कि गांव में नर्मदेश्वर महादेव मंदिर का 3 माह पहले ही निर्माण हुआ है। ग्रामीण यहां हर रोज दर्शन के लिए आते हैं। तभी एक फ्लैक्स सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें लिखा था कि मंदिर सार्वजनिक नहीं बल्कि निजी संपत्ति है। ऐसे में निवेदन है कि (समाज विशेष) का मंदिर में आना सख्त मना है।
विरोध किया तो दी गई गालियां
शिकायतकर्ता धनराज ने पुलिस को बताया कि वह मंदिर निजी संपदा है, हम खुद ही वहां नहीं जाते, लेकिन फ्लैक्स लगाकर हमारी भावनाओं को आहत किया गया। जब हमने विरोध किया तो प्रहलाद विश्वकर्मा ने गालीगलौज करते हुए वहंा से भगा दिया। इस दौरान उसने जान से मारने की धमकी भी दी। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि प्रहलाद ने शासकीय जमीन पर कब्जा किया है जिसे निजी बता रहा है। लोगों ने मंदिर की जमीन की भी जांच करने की मांग की है।