राजस्थान में बिपरजॉय से 5 जिलों में बाढ़, CM चौहटन और सांचौर पहुंचे, बोले- सर्वे के बाद मुआवजा दिया जाएगा, अजमेर में रिकॉर्ड बारिश

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BP Shrivastava
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राजस्थान में बिपरजॉय से 5 जिलों में बाढ़, CM चौहटन और सांचौर पहुंचे, बोले- सर्वे के बाद मुआवजा दिया जाएगा, अजमेर में रिकॉर्ड बारिश

JAIPUR. चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण राजस्थान के पांच जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मानसून से पहले यहां इतनी बारिश हुई कि मानसून सीजन का कोटा पूरा हो गया। बाड़मेर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेर के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। बीते 24 घंटे में पाली के मुठाना में 530 मिमी यानी 21.3 इंच बारिश हो चुकी है। इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार (20 जून) को बिपरजॉय चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने चौहटन और सांचौर पहुंचे। सांचौर में गहलोत ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया, जिसके बाद डाक बंगले में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करके उनकी समस्याओं को सुना। सीएम ने यहां कहा कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का सर्वे कराने के बाद प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा। यहां बता दें, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने सरकार से सोमवार (19 जून) को ट्वीट कर बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा दिए जाने की मांग की थी।



राज्य में 8 लोगों की मौत, जयपुर में दोहपर बाद बारिश 



पाली में भी 12 इंच बारिश हुई। बूंदी, अजमेर, भीलवाड़ा के सैकड़ों गांवों में बिजली गुल है। अब तक राज्य में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। अजमेर में बारिश का 100 साल का रिकॉर्ड टूट गया। मौसम विभाग ने कोटा, बारां-सवाई माधेपुर में मंगलवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, मंगलवार (20 जून) दोपहर बाद जयपुर में भी तेज बारिश का दौर शुरू हुआ।



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सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण



मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार (20 जून) को बिपरजॉय चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने चौहटन और सांचौर पहुंचे। सांचौर में गहलोत ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया, जिसके बाद डाक बंगले में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करके उनकी समस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री ने कहा तूफान और बाढ़ को देखते हुए हमने 25 टीमें एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को लगा दिया गया। टीमों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बेहतर काम किया। एक भी मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पानी भरने के बाद उसमें डूबने से कुछ मौत हुई है, इसलिए लोगों से अपील करते हैं कि ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि पानी भराव क्षेत्र से दूर रहे।



सर्वे के बाद दिया जाएगा मुआवजा



सीएम ने कहा कि बाढ़ की वजह से कच्चे मकान बहुत ज्यादा टूटे हैं। कई मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। सर्वे करवाकर मुआवजा दिया जाएगा। गहलोत ने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के नियम बने हुए हैं। उसके कारण समय पर मुआवजा नहीं दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को पत्र लिखा है कि नियमों को बदला जाए, ताकि सभी को तुरंत मुआवजा मिल सके। गहलोत ने कहा कि सर्वे करवाकर सभी को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। सीएम ने कहा- महंगाई राहत कैंप का पूरा फायदा उठाने की अपील की।



मानूसन से पहले बारिश का 24 प्रतिशत कोटा पूरा



राज्य में चक्रवात से पिछले 4 दिन (16 से 19 जून) में राज्य में औसतन 100 मिमी बारिश हो गई, जो एक मानसून सीजन में होने वाली औसत बारिश का करीब 24 प्रतिशत के बराबर है। राजस्थान में मानसून सीजन (जून से सितम्बर तक) में औसतन 415 मिमी बारिश होती है। शुरुआती महीने जून में औसतन 50 मिमी बारिश होती है।


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