RAIPUR. कवर्धा समेत पूरे प्रदेश में आई फ्लू का वायरस तेजी बढ़ते जा रहा है। इस वायरस से बच्चे युवा और बुजुर्ग लोग शिकार हो रहे हैं, जिला अस्पताल में रोजाना 100 से अधिक केस आ रहे है जिले में अब तक के 500 से ज्यादा आई फ्लू के मरीज सामने आ चुके हैं जिनका इलाज किया जा रहा है। आई फ्लू वायरस तेजी से बढ़ रहा है स्कूल, कोर्ट, सरकारी ऑफिस और घरों में आई प्रॉब्लम से पीड़ित मिल जाएंगे।
500 से ज्यादा लोग आई फ्लू की चपेट में
कंजक्टिवाइटिस यानी आई फ्लू तेजी से पैर पसार रहा है। राजिम में पिछले तीन दिनों में ही इस बीमारी ने 500 से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है, आंकड़ा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है, लोगों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर है, डॉक्टर्स लोगों को आंख लाल होने पर खुजली या दर्द होने पर तत्काल सावधानी बरतते हुए हॉस्पिटल पहुँच कर जांच करवाने की जरूरी सलाह दे रहे हैं।
लोगों को बताएं हाथों को बिना साफ किए आंखों में न लगाएं
इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में एक उच्चस्तरीय बैठक में कंजक्टिवाइटिस की रोकथाम के उपायों की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कंजक्टिवाइटिस से बचने के उपायों और सावधानियों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने विशेषज्ञों की सलाह का उल्लेख करते हुए कहा कि लोगों को यह बताया जाए हाथों को बिना साफ किए हाथ आंखों में न लगाएं, जिससे संक्रमण न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में कंजक्टिवाइटिस के मरीजों का प्राथमिकता के साथ इलाज किया जाए। ताकि उन्हें अस्पतालों में ज्यादा समय न रुकना पड़े। स्कूलों में भी यदि किसी बच्चे को कंजक्टिवाइटिस होता है तो संक्रमण से बचने के लिए उन्हें घर भेजा जाए। मुख्यमंत्री ने अस्पतालों में कंजक्टिवाइटिस के मरीजों की जांच और इलाज तथा दवाईयों की उपलब्धता की समीक्षा भी की।
दवाई लेने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें
मुख्यमंत्री ने कहा कि कंजक्टिवाइटिस की रोकथाम के उपायों का सोशल मीडिया, प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध है। पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध हैं और मरीजों को निःशुल्क दवाईयां दी जा रही हैं। उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बैठक में कहा कि पिछले सप्ताह कंजेक्टिवाइटिस के जो मरीज मिले थे, उनमें से अधिकांश स्वस्थ हो गए है। दुर्ग, रायपुर में ज्यादा मरीज मिले थे। उन्होंने कहा कि लोग मेडिकल स्टोर से स्वयं स्टेराइड दवाईयां लेकर आंखों में डाल रहे हैं, ऐसा करना नुकसानदेह हो सकता है। इसलिए डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
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कंजक्टिवाइटिस से डरने की नहीं, सावधानी बरतें
विशेषज्ञों के अनुसार कंजेक्टिवाइटिस से डरने की जरूरत नहीं है, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक जांच और उपचार की व्यवस्था है। लोगों को निःशुल्क दवाईयां दी जा रही हैं। अस्पतालों में यह ध्यान रखा जाए कि यदि संक्रमण है तो आपरेशन नहीं किया जाए। विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि सामान्यतः यह बीमारी 3 दिन में ठीक हो जाती है। यदि ठीक नहीं होती, आंखों में तकलीफ रहती है या दृष्टि में धुंधलापन आता है तो नेत्र विशेषज्ञ को तुरंत दिखाएं। लोग हाथ मिलाने से बचें और बिना साफ किए हाथ आंखों में ना लगाएं।