Jabalpur. भारतीय जनता पार्टी के नेता और शिवराज सरकार के दौरान आबकारी मंत्री रहे हरेंद्रजीत सिंह बब्बू राजनीतिक रूप से कब कौन सी हलचल पैदा कर दें यह कहा नहीं जा सकता। किसी न किसी बात को लेकर सुर्खियों में बने रहने वाले पूर्व विधायक बब्बू एक बार फिर सुर्खियों में हैं। दरअसल, इस बार चर्चा का विषय उनकी अपनी ही पार्टी और अपने ही लोगों से नाराजगी नहीं है,बल्कि कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से मुलाकात है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में ऐसे सवाल एक दूसरों के बीच तैर रहे हैं कि क्या बब्बू भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ पकड़ने की तैयारी में हैं। शुक्रवार को हरेंद्रजीत सिंह बब्बू और दिग्विजय सिंह की मुलाकात की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई और इसे लेकर लोग तरह-तरह की चर्चाएं भी कर रहे हैं। इस तस्वीर में हरेंद्र जीत सिंह बब्बू के साथ कांग्रेस के युवा नेता समीर दीक्षित भी बैठे नजर आ रहे हैं।
वीडी की कर चुके खुलकर खिलाफत
हाल ही में हरेंद्र जीत सिंह बब्बू ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पर बयान देकर चर्चा में थे। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी जान को भी खतरा बताया था और पार्टी के अंदर जिस तरह से माहौल चल रहा है, उसको लेकर भी पीड़ा जाहिर की थी। इसके बाद बब्बू सुर्खियों में आ गए थे। बता दे हरेंद्र जीत सिंह बब्बू पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से ही तीन बार विधायक रह चुके हैं और शिवराज सरकार में आबकारी मंत्री भी रह चुके हैं, लेकिन दो बार से पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से तरुण भनोट कांग्रेस के विधायक हैं। ऐसे में अचानक से हरेंद्र जीत सिंह बब्बू का विरोधी दल के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह से मुलाकात करना राजनीतिक गर्माहट को तो जन्म देगा ही, इतना ही नहीं तरह-तरह की चर्चाएं भी होंगी।
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बब्बू साबित क्या करना चाहते हैं- बीजेपी नगर अध्यक्ष
जबलपुर के बीजेपी नगर अध्यक्ष प्रभात साहू का कहना है कि जिस पार्टी ने उन्हें 5 बार टिकट दी और वे 3 बार के विधायक रहे, मंत्री भी बनाए गए। ऐसे में जब चुनावी समय आया है तो वह पार्टी को मजबूत करने की बजाय विपक्षी पार्टी के नेताओं से मिलकर क्या साबित करना चाहते हैं? बीजेपी नगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने कहा कि मैं भी पिछले 25 सालों से पार्टी के लिए काम कर रहा हूं, मैंने भी कई बार टिकट भी मांगी लेकिन मुझे टिकट नहीं दी गई। इसके बावजूद भी मैं लगातार पार्टी और संगठन के लिए काम कर रहा हूं। प्रभात साहू का कहना है कि मेरे परिवार वालों ने भी मीसाबंदी के दौरान जेल में सजा काटी, लेकिन आज तक मैंने कभी भी अपने परिवार वालों, अपने पूर्वजों के नाम पर पार्टी या संगठन को ब्लैकमेल करने की कोशिश नहीं की है। भाजपा नगर अध्यक्ष का कहना है कि बीते कुछ महीनों से वह( हरेंद्रजीत सिंह) लगातार ना सिर्फ पार्टी संगठन बल्कि हमारे वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ भी अनर्गल बयान दे रहे हैं, जिसको लेकर अब हमने तय किया है कि पार्टी के शीर्ष नेताओं को इस पूरे मामले से अवगत करवाया जाए।
धुर विरोधी हैं प्रभात और बब्बू
पूर्व मंत्री बब्बू के इस कदम के बाद उनके धुर विरोधी और वर्तमान में नगर अध्यक्ष प्रभात साहू को खुलकर बोलने का मौका मिल चुका है। बता दें कि प्रभात साहू लंबे समय से बब्बू की सीट पश्चिम विधानसभा की दावेदारी कर रहे थे, उन्हें नगर अध्यक्ष बनाकर एक प्रकार से उनका पत्ता काटा गया, क्योंकि अघोषित नियम के तहत बीजेपी में नगर अध्यक्ष टिकट के लिए दावेदारी नहीं कर सकता। दूसरी तरफ बब्बू हमेशा 84 के दंगों में हिंसा का शिकार हुए अपने पिता की दुहाई देते नजर आते हैं। प्रभात साहू ने बब्बू की दिग्गी से मुलाकात के बाद अपना तरकश पूरी तरह से बब्बू पर उड़ेल दिया है। अब देखना यह होगा कि बब्बू बीजेपी छोड़ते हैं या फिर उन्हें हकाला जाता है। भले ही चुनाव के समय कार्रवाई को टाल दिया जाए लेकिन चुनाव के बाद उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाना या पूरी तरह से घर बैठाया जाना तय लगने लगा है।