Bhopal. बीजेपी में अंदरखाने की लड़ाईयां अब लगातार बढ़ती जा रही हैं। पहले सागर फिर शिवपुरी और अब उज्जैन के बीजेपी नेताओं ने सीएम हाउस पहुंचकर जमकर भड़ास निकाली। पूर्व मंत्री पारस जैन और पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय ने मंत्री मोहन यादव पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने रसूख के दम पर अपनी निजी जमीन को मास्टर प्लान में लाकर आवासीय करा लिया। अब उस जमीन की कीमत अरबों रुपए हो जाएगी। बताया जा रहा है कि इस दौरान पूर्व मंत्री, सांसद और मंत्री मोहन यादव के बीच तीखी बहस भी हो गई।
सूत्र बता रहे हैं कि कोर कमेटी की बैठक में शुरूआत में तो चुनाव की तैयारियों पर राय मशविरा होता रहा, लेकिन जैसे ही बैठक खत्म होने वाली थी, पूर्व मंत्री पारस जैन ने यह मामला उठा दिया। जैन ने कहा कि 1998 से लेकर अब तक जमीन सिंहस्थ की थी लेकिन अब मास्टर प्लान में कुछ हिस्सा आवासीय कर दिया गया। सेटेलाइट टाउन सिंहस्थ से मुक्त कर दिया जो कि गलत हुआ है। पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय ने भी यह कहते हुए हां में हां मिला दी कि इससे जनता में गलत संदेश गया है। बीजेपी के प्रति नकारात्मकता फैल रही है। मोहन यादव ने अपनी और परिवार की 500 बीघा जमीन आवासीय करा ली। यह बात चल ही रही थी मोहन यादव ने बीच में बोलते हुए कहा कि यह सब गलत आरोप हैं। बहस तेज होती गई और यह देखकर सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद भी एकदम चुप हो गए।
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इधर पहले ही हो चुकी अनबन
बता दें कि इससे पहले सागर और शिवपुरी की कोर कमेटी की बैठक में स्थानीय नेताओं और मंत्रियों की अनबन खुलकर सामने आ गई थी। सागर में गोपाल भार्गव और गोविंद सिंह राजपूत ने मंत्री भूपेंद्र सिंह की कार्यप्रणाली पर जमकर निशाना साधा था। वहीं शिवपुरी में मंत्री सिसोदिया पर बीजेपी नेताओं ने अपनी भड़ास सबके सामने निकालकर रख दी थी।
पारस जैन ने इशारों में कह दी बात
पूर्व मंत्री पारस जैन से जब बैठक में हुई अनबन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोर कमेटी की बैठक में बहुत सी बातें होती हैं। कुछ लोगों ने सिंहस्थ की बात रखी। आप उन्हीं से पूछिए, जहां तक मेरा सवाल है, मुझे जहां जो कहना था कह दिया। बताया जा रहा है कि विवाद के बीच सीएम ने कहा कि इस मामले में ट्वीट करके बता चुका हूं कि अभी मास्टर प्लान लागू नहीं हुआ है। इस पर पूर्व सांसद मालवीय ने कहा कि भाई साहब इससे कुछ नहीं होगा, कैबिनेट में ले जाकर स्थिति साफ करनी चाहिए। जहां तक जनता की बात है तो उसे जवाब देना है। क्योंकि उज्जैन में जो कुछ हो रहा है सबके सामने है।